धनबाद: रिश्वत मांगने के आरोपित सीआइएसएफ के सहायक समादेष्टा मानबीर सिंह, सब इंस्पेक्टर एमआर ओरैया, विद्युत फोरमैन सुचा सिंह, स्टोर कीपर केसर यादव व गोदाम इंचार्ज अरुण सिंह को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
इससे पहले इन्हें सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रथम पीके उपाध्याय के समक्ष पेश किया गया. एसपी पीके माजी के नेतृत्व में सीबीआइ की टीम ने गुरुवार को रिश्वतखोरी के इस मामले का उद्भेदन किया था. लोदना क्षेत्र के पहाड़ीगोड़ा स्थित बंद रोपवे के रिटर्न स्टेशन का स्क्रैप उठाव के नाम पर इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज जेनरल (कोलकाता) से पैसे की मांग की जा रही थी. कंपनी के स्टाफ रोशनलाल अग्रवाल की शिकायत पर पांचों आरोपियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा गया.
बढ़ सकती है आरोपियों की संख्या : एसपी श्री माजी ने कहा, ‘रिश्वतखोरी का यह मामला थोड़ा अलग है. एक शिकायत में अलग-अलग विभागों के कई लोग इसमें शामिल पाये गये हैं. ऐसे मामलों में अभी तक कुछ लोगों को ही ट्रैप किया जाता रहा है.’ श्री माजी के अनुसार, अभी तक की पूछताछ में कई चौंकाने वाली बात सामने आयी है. आरोपित योजनाबद्ध तरीके से काम करते थे. पूछताछ व जांच में 12 आरोपियों का पता चला है. हालांकि यह संख्या बढ़ भी सकती है. सीबीआइ गहराई से छानबीन कर रही है. आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आयेंगी.