तोपचांची. अंचल कार्यालय में नाजिर सुबल चंद्र गोराईं को गिरफ्तार करने पहुंची एसीबी टीम से नाेकझोंक भी हुई. शिकायतकर्ता संजय कुमार साव ने जैसे ही नाजिर को 3500 रुपया दिया, टीम ने उसे दबोच लिया. संजय ने बताया कि रामाकुंडा पंचायत अंतर्गत माथाडीह में उसकी 46 डिसमिल जमीन है. उसके म्यूटेशन के लिए नाजिर आठ हजार रुपये मांग रहा था. रिश्वत नहीं देने पर बीते 20 दिनों से दौड़ाया जा रहा था. नाजिर ने कहा था कि पहले कुछ पैसा दो, तभी काम होगा.
याद रहे कि 28 दिसंबर को घुनघुसा निवासी पारा शिक्षक अजय कुमार मंडल ने एसीबी के पास शिकायत कर तोपचांची अंचल के कर्मचारी सह सीआइ मुनींद्र झा को घूस की रकम के साथ रंगेहाथ पकड़वाया था. सात माह के भीतर गिरफ्तारी का यह दूसरा मामला है. अधिकारियों व कर्मियो में हड़कंप मचा है. नाजिर की गिरफ्तारी से पता चलता है कि अंचल कार्यालय में किस कदर भ्रष्टाचार व्याप्त है. आज अंचल परिसर में मौजूद लोग कार्रवाई से काफी खुश दिखे. कई लोगों ने कहा कि अंचल व प्रखंड कार्यालय में कोई भी कार्य बिना चढ़ावा चढ़ाये नहीं होता है.
हर कार्य के लिए था बिचौलिया : अंचल कार्यालय में नाजिर का सिक्का चलता था. उसने अलग-अलग कार्यों के लिए बिचौलिया रखा हुआ था. गोमो वाहन पड़ाव की राशि का बंदरबांट और कर्मचारियों पर धौंस जमाने का काम किया करता था. एसीबी के धमकते ही तमाम कर्मचारी व अधिकारी कार्यालय छोड़ अन्यत्र चले गये. प्रखंड का एक अधिकारी चहारदीवारी फांद कर खेत में जा छुपा. जेइ और एइ जेरॉक्स की दुकान में छुप गये.