धनबाद : कोल इंडिया मुख्यालय कोलकता में गुरुवार को तीन कमेटियों की हुई अलग-अलग बैठक में कुछ खास निर्णय तो नहीं हुए, पर वर्षों से लंबित फिमेल वीआरएस वालों के लिए कोल इंडिया एपेक्स जेसीसी की बैठक सकारात्मक रही. 10-जेबीसीसीआइ की 9.3.0 ,9.4.0 ,9.5.0 पर बनी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया के डीपी आरआर मिश्रा ने की. बैठक में प्रबंधन ने सुप्रीम कोर्ट समेत कई अदालतों का हवाला देते हुए आश्रितों को नियोजन देने में असमर्थता जतायी.
प्रबंधन के इस प्रस्ताव को यूनियन नेताओं ने एक सिरे से खारिज कर दिया. बैठक में शामिल सीटू नेता एसएच बेग ने कहा कि नियोजन नहीं देने के लिए प्रबंधन ने बहुत दलीलें दी. हम लोगों ने साफ कह दिया कि जैसे चल रहा है, वैसे ही चलेगा. इसके बाद प्रबंधन ने नया प्रस्ताव देने की बात कही.
वेज ड्राफ्ट कमेटी की बैठक : 10-जेबीसीसीआइ की वेज ड्राफ्ट कमेटी की बैठक में कुछ खास नहीं हुआ. कुछ गैर जरूरी प्रावधानों को डिलीट कर दिया गया.
एपेक्स जेसीसी : कोल इंडिया एपेक्स जेसीसी की बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया चेयरमैन ने की. बैठक में सीएमडी बीसीसीएल, सीएमडी एससीएल और सीएमडी एसइसीएल शामिल नहीं हो सके. इस कारण कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी. भूमिगत खदानों को बंद करने पर कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों से रिपोर्ट नहीं आने के कारण कोई फैसला नहीं लिया जा सका. कोल कर्मियों के प्रमोशन पर चर्चा हुई. फिमेल वीआरएस का मुद्दा उठा. यूनियन नेताओं ने इस स्कीम में एकरूपता लाने की मांग की. नेताओं का कहना था कि कोल इंडिया की किसी अनुषंगी इकाई में कलर ब्लाइंडेस वाले को नियोजन दिया जाता है, तो दूसरी इकाई में नहीं दिया जाता है. एटक नेता रमेंद्र कुमार ने बताया कि कलर ब्लाइंडनेस और 58 साल वाले में डिप्लोमाधारियों को नियोजन नहीं दिये जाने का मुद्दा उठा. प्रबंधन ने कलर ब्लाइंडनेस वालों को अनफिट लिखने वाले चिकित्सकों को तलब किया है. 58 साल वाले के लिए एक कमेटी बनायी गयी है, जिसमें रमेंद्र कुमार, डीडी रामानंदन और नत्थूलाल पांडेय एवं तीन अधिकारी शामिल होंगे. कमेटी जेबीसीसीआइ की अगली बैठक के पहले अपनी रिपोर्ट जमा करेगी.
कोल इंडिया मुख्यालय में तीन कमेटियों की अलग-अलग बैठक