धनबादः औद्योगिक नगरी धनबाद में उद्योग की अपार संभावनाएं हैं. लेकिन इसके बावजूद सरकार का इस ओर ध्यान नहीं. लिहाजा धनबाद का जो विकास होना चाहिए था, वह नहीं हुआ.
इसके उलट जो उद्योग-धंधे थे वे भी धीरे-धीरे मरनासन्न होते चले गये. जिले के उद्यमियों का मानना है कि अब भी कुछ नहीं बिगड़ा है. अगर यहां नये उद्योग लगे तो अपना जिला विकास के मामले में नंबर वन होगा.
प्रभात खबर से बातचीत में व्यवसाय जगत से जुड़े लोगों का मानना था कि सिंदरी यहां की लाइफ लाइन हो सकती है. तोपचांची से लेकर निरसा तक सड़क के किनारे जो जमीन है, वहां उद्योग लगाये जा सकते हैं. इसके अलावा अगर टुंडी में उद्योग लगाये जायें तो लोगों को रोजगार मिलेगा और वहां से उग्रवाद का भी खात्मा होगा.