इस दौरान बीच में ही सीएमडी के चले जाने से बिना किसी निर्णय के मीटिंग डेफर कर दी गयी. सूत्रों की माने तो उन्हें कोल सचिव ने वीडियो संवाद के लिए बुला लिया, जिस कारण बोर्ड सदस्य सह कोयला मंत्रालय के संयुक्त सचिव विवेक भारद्वाज भी उनके साथ सीसीएल मुख्यालय चले गये. जिसके बाद बोर्ड सदस्य व बीसीसीएल अधिकारी उनका इंतजार करते रहे पर सीएमडी नहीं पहुंचे.
वित्तीय वर्ष 2017-18 के चार माह गुजरने को हैं, लेकिन बीसीसीएल का कैपिटल, रेवेन्यू व मैनपावर बजट आज तक पास नहीं हो सका. बीसीसीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है.