धनबाद: धनबाद संसदीय सीट पर वर्ष 1952 से अब तक हुए लोकसभा के 15 चुनावों में सर्वाधिक छह बार कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई है. उम्मीदवार बदल कर कांग्रेस जीत का स्वाद चखती रही है. लगातार दो संसदीय चुनाव में कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने कभी जीत हासिल नहीं की है.
वर्ष 1952 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार पीसी बोस विजयी हुए. 1957 के चुनाव में कांग्रेस ने डीसी मल्लिक को अपना उम्मीदवार बनाया और वह जीत गये. 1962 के चुनाव में पीआर चक्रवर्ती, 1971 में राम नारायण शर्मा, 1984 के चुनाव में शंकर दयाल सिंह व 2004 के लोकसभा चुनाव में चंद्रशेखर दुबे ने जीत हासिल की थी. वर्ष 2009 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार ददई दुबे को हार का सामना करना पड़ा.
वर्ष 1991 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार प्रोफेसर रीता वर्मा (शहीद एसपी रणधीर प्रसाद वर्मा की पत्नी) ने जीत हासिल की. वह 1996, 1998, 1999 में भी धनबाद सीट पर विजयी हुईं. गुटबाजी के कारण धनबाद में कांग्रेस की हालत पतली होती रही है. विगत चुनाव में तो कांग्रेस के एक बड़े नेता व उनके समर्थकों ने खुल कर ददई दूबे के खिलाफ काम किया था. इस बार ददई तृणमूल का दामन थाम चुनाव मैदान में हैं.