प्राध्यापक का भाषण बंद करा दिया. संघ के पदाधिकारियों एवं परिषद के कार्यकर्ताओं के भारी हंगामा को देखते हुए कार्यक्रम को बीच में ही समाप्त कर दिया गया. स्थापना दिवस पर आयोजित विभिन्न इवेंट में सफल प्रतिभागियों को कार्यक्रम के दौरान पुरस्कृत किया जाना था.
लेकिन, हंगामा व विरोध के कारण प्रमाण पत्र विजेताओं को नहीं दिया जा सका. घटना के आहत प्राचार्या के आंखों से आंसू छलक गये. प्राध्यापक व कर्मचारी सदमे में हैं.