देवघर/चितरा: राज्य सरकार ने पांच नये अनुमंडल डुमरी, खोरी-महुआ, चैनपुर, सिमरिया व बसिया की घोषणा तो कर दी, लेकिन वर्षो से लंबित मांग रिखिया व चितरा को प्रखंड बनाने की घोषणा नहीं हुई. जबकि रिखिया व चितरा प्रखंड का प्रस्ताव तैयार कर जिला प्रशासन ने पंचायतीराज व राजभाषा विभाग को भेज दिया है.
पिछले दिनों जिला प्रशासन ने संबंधित पंचायतों से ग्राम सभा कर प्रस्ताव मांगा था. यह प्रस्ताव तीन माह पहले पंचायत व प्रखंडों से जिला को भेज दिया गया. इसमें ग्राम सभा की कॉपी व प्रस्तावित प्रखंडों की आबादी समेत क्षेत्रफल दर्शाया है. जिला प्रशासन ने एक माह पहले ही सरकार को रिखिया व चितरा प्रखंड का प्रस्ताव भेज दिया है.
रिखिया प्रखंड में नौ पंचायत प्रस्तावित
मोहनपुर ब्लॉक के अधीन रिखिया प्रखंड में नौ पंचायत प्रस्तावित हैं. इसमें बारा, सरासनी, नया चितकाठ, रढ़िया, बंका, ताराबाद, मलहारा, बीचगढ़ा व मेदनीडीह है. इसमें आठ पंचायतों ने ग्राम सभा में रिखिया प्रखंड की सहमति दी है जबकि मेदनीडीह ने ग्राम सभा में इस पर आपत्ति जतायी है. मेदनीडीह पंचायत मोहनपुर प्रखंड में ही शामिल रहने की इच्छा जतायी है. शेष आठ पंचायत मोहनपुर प्रखंड कार्यालय से काफी दूर व विपरीत दिशा में है. इससे लोगों को परेशानी होती है. मोहनपुर प्रखंड से सभी पंचायतों का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेज दी गयी है.
चितरा प्रखंड में होगा 16 पंचायत
सालाना करोड़ों का राजस्व देने वाली चितरा कोलियरी में चितरा को प्रखंड बनाना अति आवश्यक है. प्रस्तावित चितरा प्रखंड 16 पंचायत शामिल होगा. इसमें सारठ प्रखंड के चितरा, बड़बाद, पलमा, बड़जोरी, आसबनी, ठाढ़ी, लगवां, शिमला, दमुदुमी व पालोजोरी प्रखंड का बड़जोरी, खागा, कांकी, सिमलगढ़ा, बगदाहा, कतरायडीह, कुनजोरा व जमुआ है. इन पंचायतों से सारठ व पालोजोरी प्रखंड कार्यालय की दूरी काफी अधिक है. सारठ व पालोजोरी प्रखंड कार्यालय से चितरा को प्रखंड बनाये जाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को भेज दिया गया है.