संघ ने दी मांगें माने जाने तक आंदोलन जारी रखने की धमकी
राज्यव्यापी आंदोलन को सफल बनाने के लिए देवघर के सैकड़ों पारा शिक्षक परिवार के साथ गये हैं रांची
देवघर : झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के आह्वान पर पारा शिक्षकों का राज्यव्यापी बेमियादी हड़ताल 17 सितंबर से जारी है. पारा शिक्षकों के एक माह से ज्यादा समय से बेमियादी हड़ताल पर रहने की वजह से स्कूलों में पठन-पाठन भी प्रभावित है. सरकार व विभाग ने उन्हें 25 अक्तूबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया है. लेकिन, आंदोलनरत पारा शिक्षकों के तेवर कम नहीं हो रहे. ऐसे में मंगलवार को विभाग की ओर से क्या कार्रवाई होती है, इसका सबों को इंतजार है.
बिहार व छतीसगढ़ की तर्ज पर झारखंड के पारा शिक्षक सामंजन की मांग कर रहे हैं. पारा शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने के बाद विभाग की ओर से प्रत्येक स्कूलों में वैकल्पिक इंतजाम का दावा किया जा रहा है. लेकिन, वैकल्पिक इंतजाम पर्याप्त नहीं है. यही वजह है कि स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति में कमी आने के साथ-साथ मध्याह्न भोजन सहित अन्य कार्यक्रम प्रभावित हुआ है. इधर, जिले के अधिकांश पारा शिक्षक रांची पहुंच कर आंदोलन को सफल बनाने में जुटे हैं. आंदोलनरत सैकड़ों पारा शिक्षक अपने-अपने परिवार के साथ रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में पड़े हुए हैं. लेकिन, मांगों से समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं.
हड़ताल में हैं करीब ढाई हजार पारा शिक्षक
बेमियादी हड़ताल में जिले के करीब ढाई हजार पारा शिक्षक शामिल हैं. विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो करीब 42 सौ पारा शिक्षक जिले भर में कार्यरत हैं. यानी आधे से अधिक पारा शिक्षकों के आंदोलन में शामिल हैं.
रिसोर्स टीचर के सहारे पठन-पाठन
पारा शिक्षकों के हड़ताल में शामिल होने के कारण एनपीएस (न्यू प्राइमरी स्कूल) का पठन पाठन रिसोर्स टीचर के भरोसे है. हड़ताल के बाद वैकल्पिक व्यवस्था के तहत रिसोर्स टीचर को शैक्षणिक कार्य में लगाया गया था.