मधुपुर: थाना क्षेत्र के धमनी चौक के समीप 11 हजार केवीए हाइटेंशन विद्युत तार की चपेट में आने से 40 वर्षीय ऑटो चालक अफरोज खान की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मुआवजा की मांग को लेकर भिरखीबाद-सतसंग नगर मुख्य पथ घंटों जाम कर दिया.
बताया जाता है कि अफरोज अपने टेंपो (जेएच 15ई/ 5229) लेकर जगदीशपुर से धमनी जा रहा था. तभी अचानक हाइटेंशन विद्युत तार टूट कर पहले तेल टैंकर पर गिरा. हालांकि टैंकर बच कर आगे निकल गया. इसके बाद तार टेंपो पर जा गिरा. तार की चपेट में आने से अफरोज बुरी तरह झुलस गया. घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही मृतक के परिजन स्थल पहुंचे व आक्रोशित ग्रामीणों के साथ मिलकर धमनी चौक के निकट सड़क जाम कर दिया. तकरीबन एक घंटे तक धमनी चौक सड़क जाम रहा. जहां पुलिस ने पहुंच कर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. ग्रामीण उग्र हो गये.
इसके कुछ देर बाद ग्रामीण स्थल से आठ किलोमीटर दुर मधुपुर-गिरिडीह मुख्य पथ के भिरखीबाद मोड़ के पास पहुंच कर जाम कर दिया व बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे. सूचना पाकर कार्यपालक दंडाधिकारी राजेंद्र गुप्ता, डा. रंजन झा, इंस्पेक्टर इंचार्ज विनोद कुमार, विभाग के जेई मुरली मनोहर, झाविमो नेता सहीम खान, जिप सदस्य दिनेश्वर किस्कू, मकसद खान दर्जनों ग्रामीण पहुंचे. ग्रामीण विभाग के वरीय अधिकारी को बुलाने व मुआवजा की मांग पर अड़े रहे. तकरीबन छह घंटे तक सड़क जाम रहा.
घंटों जाम में फंसे रहे लोग
ऑटो चालक की मौत पर आक्रोश में हुए सड़क जाम के कारण सैकड़ों वाहन फंसे रहे. इस दौरान छोटे-बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गई. विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण आक्रोश में सड़क जाम का खामियाजा यात्री वाहनों व राहगीरों को भुगतना पड़ा. जाम में फंसे वाहन में सवार यात्री परेशान रहे.
इनमें कोई मरीज था तो किसी को जरूरी काम निबटाना था. काफी समझाने बुझाने के बाद विभाग द्वारा मृतक के परिजनों को मौके पर ही दो लाख का नकद मुआवजा देने के बाद जाम हटा. हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि जर्जर 11 हजार केवीए विद्युत तार बदले जाने को लेकर कई बार विभाग को कहा गया. बावजूद इसके जर्जर तार को नहीं बदला गया. कहा कि अगर समय पर जर्जर विद्युत तार को बदला जाता तो शायद यह घटना नहीं होती.