देवघर: इंटर एवं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक नियुक्ति में देवघर में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद उच्चस्तरीय टीम जांच कर रही है. एनआइसी की वेबसाइट से मिलान के बाद उच्चस्तरीय टीम को प्रारंभिक स्तर पर जांच में 18 नवचयनित शिक्षकों का टेट प्रमाण पत्र फर्जी मिला है. फाइनल सत्यापन के लिए झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) को टेट का प्रमाण पत्र भेजा जायेगा. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, उच्चस्तरीय टीम के अध्यक्ष ने अबतक की रिपोर्ट वरीय अधिकारी सौंप दी है.
संबंधित बोर्ड एवं विश्वविद्यालय को सत्यापन के लिए नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र यथाशीघ्र भेजा जायेगा. पूरी जांच प्रक्रिया में 20 से 30 दिन का वक्त लग सकता है. फाइनल सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर फर्जीवाड़ा तरीके से शिक्षक नियुक्ति में सफल होने वाले अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी. विभागीय स्तर पर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है. टीम की अबतक की कार्रवाई से नवनियुक्त शिक्षकों में खलबली मच गयी है.
जांच कमेटी में सदस्य सचिव जिला शिक्षा पदाधिकारी देवघर के अलावा सदस्य के रूप में राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम देवघर के निदेशक, स्थापना उपसमाहर्ता देवघर, सिविल सर्जन देवघर एवं जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी देवघर शामिल हैं.
प्रारंभिक स्तर पर टेट प्रमाण पत्र का सत्यापन कार्य चल रहा है. प्रथम दृष्टया अबतक 18 नवचयनित शिक्षकों का टेट प्रमाण पत्र सत्यापन में फर्जी पाया गया है. फाइनल सत्यापन जैक से कराया जायेगा. नवचयनित शिक्षकों का शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों का सत्यापन संबंधित बोर्ड व विश्वविद्यालय से कराया जायेगा. जल्द ही प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा जायेगा.
– मीना ठाकुर, अध्यक्ष सह डीडीसी देवघर