आश्रम के प्रधान महाराज संविदानंद ब्रह्मचारी ने भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की विशेष पूजा की. इसके बाद प्रधान ब्रह्मचारी संविदानंद व पूर्व मंत्री कृष्णानंद झा ने झाड़ू मार कर रथ के रास्ता को साफ कर रथ की रस्सी खींच कर विदा किया. मौके पर सिया राम, सिया राम से पूरा शहर गूंज उठा. यह दिन के चार बजे कीर्तन करते हुए आश्रम से निकल कर देवघर-सारवां रोड, करनीबाग होते हुए प्राइवेट बस स्टैंड, फब्बारा चौक, बजरंग चौक, मदरसा रोड, राय एंड कंपनी, टावर चौक पहुंची. वहां परिक्रमा कर उसी मार्ग से वापस कुंडा मोड़ तक गयी.
कुंडा मोड़ से वापस जनकपुर गुंडीचा बाड़ी गये. वहां से 14 जुलाई को वापस अपने मंदिर आयेंगे. इसे सफल बनाने में ललित कुमार यादव, सोमेन मुखर्जी, अनुज दूबे, सरोज झा, सोनू झा, चंद्र देव पांडेय, विशाल पांडेय, गुलशन झा, सुधीर दूबे, दुर्गा पांडेय, ब्रजेश शुक्ला, अमित शुक्ला, कमलेश दूबे, अरुण साह आदि जुटे हुए हैं.