– देवघर जमीन घोटाले की तफ्तीश तेज
– जमीन पर जाकर कर रही है सत्यापन
– जमीन के खरीदारों से भी सीबीआइ कर रही है बात
– विभिन्न मौजा की जमीन के कागजात जुटा रही है सीबीआइ
– आम जनता से सुबूत की टोह ले रही है टीम
– लगभग एक हजार एकड़ का हुआ था जमीन घोटाला
देवघर : देवघर जमीन घोटाले में सीबीआइ सुबूत के लिए खाक छान रही है. लगभग एक हजार एकड़ जमीन के घोटाले की जांच और अभिलेखागार से दस्तावेज चोरी मामले की जांच में सीबीआइ को ठोस सुबूत की तलाश है. सूत्रों की मानें तो जो जांच रिपोर्ट तत्कालीन डीसी मस्तराम मीणा ने सरकार को सौंपा था, उसके अलावा सीबीआइ को कुछ विशेष हाथ नहीं लगा है.
पुलिस के पास से भी सीबीआइ को ठोस सुराग नहीं मिला है. जब से सीबीआइ को जांच का जिम्मा मिला है, सीबीआइ की टीम अभिलेखागार, राजस्व शाखा, रजिस्ट्री ऑफिस में रिकार्ड आदि की जांच की. इस संबंध में अब तक दर्जनों अधिकारियों, कई कर्मियों, जमीन कारोबारियों और अभिलेखागार से दस्तावेज चोरी मामले के आरोपितों से पूछताछ कर चुकी है.
लेकिन अभी तक सीबीआइ मामले की तहत तक नहीं पहुंच पायी है. यही कारण है कि अब सीबीआइ जनता की अदालत में गयी है. सीबीआइ अब विभिन्न प्लॉट जो जांच के दायरे में हैं वहां का चक्कर लगा रही है.
मौजा क्षेत्र में रह रहे लोगों से पूछताछ भी कर रही है. साथ ही उन लोगों ने कैसे जमीन रजिस्ट्री करवायी, उन तमाम दस्तावेजों को इकट्ठा कर रही है. कैसे मौजा परिवर्तित किया गया, कैसे फर्जी कागजात पर अधिकारियों ने एनओसी दिया आदि मामले को सुलझाने में सीबीआइ जुटी है.