देवघर. देरी के लिए डीसी की डांट के बावजूद ओजोन रिसर्च एंड एप्लीकेशन आइ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शिवगंगा वाटर ट्रीटमेंट का काम कछुए की गति से करा रही है. श्रावणी मेला शुरू होने में 35 दिन शेष है. इतने कम समय में काम पूरा करना असंभव प्रतीत हो रहा है. पूर्व नगर विकास मंत्री सुरेश पासवान का बयान लोगों के बीच मजाक बन रहा है. उन्होंने विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले में भक्तों को स्वर्ण मंदिर तालाब जैसा निर्मल जल में डूबकी लगाने की घोषणा की थी. शिवगंगा के प्रदूषित जल को साफ करने का काम 18 महीने में पूरा करना था.
लेकिन अब तक मुख्य टंकी का ढलाई का काम भी शुरू नहीं हुआ है. मानसून भी दस्तक दे रहा है. इस कारण काम का बाधित होना तय है. धीमी गति से काम करने के कारण डीसी अरवा राजकमल ने दो महीने पहले ही कंपनी को डांट लगायी थी. उन्होंने मेला शुरू होने से एक माह पहले ही काम पूरा करने का निर्देश दिया था. बावजूद कंपनी पर कोई असर नहीं पड़ा. अभी तक 50 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है.
लेकिन 80 प्रतिशत से अधिक पैसा निगम से निकासी कर लिया गया है. शिवगंगा से ट्रीटमेंट प्लांट तक दो जगह सड़क कटिंग करना है. अब तक एक भी जगह काम पूरा नहीं हो पाया है. पाइप लगाने के बाद तीन मोटर लगाना है. यह शिवगंगा से पानी खींच कर प्लांट में पहुंचायेगा. इसमें दोनों ओर चार एसीएफ व चार पीएसएफ लगाया जायेगा. जबकि बीच में ड्राइवेल पंप हाउस रहेगा. इसमें एक ओर से गंदा पानी आयेगा. वह साफ होकर शिवगंगा में प्रवेश करेगा.
क्या कहते हैं कंपनी के अभियंता
कंपनी के अभियंता रवि शंकर ने कहा कि श्रावणी मेले से पहले शिवगंगा का पानी साफ होना शुरू हो जायेगा. चार एसीएफ व चार पीएसएफ टंकी लगाना है. इसमें दो एसीएफ-दो पीएसएफ रिजर्व रहेगा. दोनों रिजर्व एसीएफ व पीएसएफ बाद में लगाया जायेगा. काम पहले शुरू कर दिया जायेगा. काम में तेजी लायी गयी है. मजदूर की जगह जेसीबी से कटिंग का काम लिया जा रहा है.