दाखिल मुकदमा में कहा गया है कि परिवादिनी साधारण पढ़ी-लिखी महिला है. खुलासा किया है कि आरोपितों ने नगर निगम से घर बनवाने के लिए पैसे दिलाने का झांसा देकर सादा कागज पर अंगूठे का निशान ले लिया. कहा कि 2.50 लाख रुपये निगम से दिलवा देंगे. बाद में इस कागज के आधार पर नगर थाना में संजीव कुमार चौधरी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करा दिया.
इसकी जानकारी मिलने पर जब वार्ड पार्षदों से पूछने गयी तो उनके साथ अभद्रता की व नौकरी से हटवा देने की धमकी दी. परिवादिनी ने आरोप लगाया है कि आरोपितों ने धक्का-मुक्की कर निर्वस्त्र करने का प्रयास किया. इसकी शिकायत थाना में दर्ज नहीं होने पर कोर्ट की शरण ली है. इसे पंजीकृत कर लिया गया है. मामले की शुक्रवार को सुनवाई की जायेगी. यह मुकदमा अपने अधिवक्ता अशोक झा के माध्यम से दाखिल की है.