देवघर: देवघर जिले में जमीन की रजिस्ट्री तो शुरू हो गयी है, लेकिन इस आड़ में कोई गलत जमीन की रजिस्ट्री न करा लिया जाये, इसके लिए राजस्व व निबंधन विभाग पूरी तरह सतर्क है. संताल परगना में कई प्रकृति की जमीन है. देवघर भूमि घोटाला उजागर होने के बाद प्रशासन फिर से हाथ नहीं जलाना चाहती है, इसलिए फूंक-फूंक कर जमीन की रजिस्ट्री में हाथ डाल रही है. देवघर में इन दिनों बसौड़ी व एलए जमीन की रजिस्ट्री चालू हुई है. एलए जमीन की रजिस्ट्री भी कमेटी द्वारा पूरी तरह जांच कर की जा रही है. इसी क्रम में कामत प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री के लिए आवेदन भी आने लगे हैं, लेकिन डीसी अरवा राजकमल के जनता दरबार में पिछले दिनों कामत जमीन की रजिस्ट्री के खिलाफ एक जन शिकायत हुई.
डीसी ने जन शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए अवर निबंधक बालेश्वर पटेल को बुलाया व करीब एक घंटे तक विचार-विमर्श करने के बाद तत्काल कामत जमीन की रजिस्ट्री नहीं करने का निर्देश दिया. बताया जाता है कि शिकायत में कहा गया है कि कामत जमीन का ट्रांसफर एक ही बार होता है, इसी संदेह पर डीसी ने आनन-फानन में अवर निबंधक को कामत प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री तत्काल रोकने का माैखिक आदेश दिया.
डीसी द्वारा मौखिक रोक लगाये जाने के बाद कामत प्रकृति की जमीन संबंधित सभी कानूनी पहलुओं का अवर निबंधक द्वारा अध्यन किया जा रहा है. उसके बाद ही पुन: रजिस्ट्री पर विचार किया जा सकता है. मालूम हो कि देवघर अंचल के सरसा मौजा में कामत प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री संबंधित आवेदन निबंधन कार्यालय को प्राप्त हुआ है.
कानूनी पहलुओं की पड़ताल के बाद लेंगे निर्णय: डीसी
कामत प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री के खिलाफ एक जन शिकायत प्राप्त हुई थी. जन शिकायत पर तत्काल कामत जमीन की रजिस्ट्री को रोका गया है, ताकि बगैर जांच-पड़ताल किये कोई गलत रजिस्ट्री न हो जाये. वैसे कानूनी पहलुओं का अध्ययन के बाद ही कामत प्रकृति की जमीन की रजिस्ट्री पर निर्णय लिया जायेगा.
– अरवा राजकमल, डीसी, देवघर