देवघर: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) अभियान जच्चा-बच्च कार्ड पर लटक गया है. विभाग के आलाधिकारी केवल मीडिया में बयान देकर लोगों को आश्वस्त कर रहे हैं कि शीघ्र कार्ड उपलब्ध करा दिया जायेगा.अभी तक कार्ड उपलब्ध तो नहीं हुआ, लेकिन नियमित टीकाकरण के काम पर काफी गहरा असर पड़ा है. प्रतिदिन किसी न किसी सब सेंटर पर झमेला हो रहा है.
बच्चे के टीका के प्रति सजग माता पिता जच्चा-बच्च कार्ड के बारे में पूछ रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मी के पास कोई जवाब नहीं है. इसकी वजह से कई बार कर्मी व बच्चे के माता-पिता उलझ पड़ते है. इसका खामियाजा ड्यूटी कर रहे कर्मी को ङोलना पड़ रहा है, लेकिन एनआरएचएम अभियान के अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है. केवल बयान देकर अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर रहे है. इस संबंध में डीपीएम प्रतिमा कुमारी ने बताया कि कार्ड छपाने के लिए फंड ही उपलब्ध नहीं है.
10 माह से नहीं है जच्चा-बच्चा कार्ड : अप्रैल 2013 से ही जच्च-बच्च कार्ड नहीं है. उसी समय से कागज पर ही काम चलाया जा रहा है. वहीं शुरू से ही स्वास्थ्य विभाग यह कह कर पल्ला झाड़ रहा है कि कार्ड स्टेट की ओर से ही नहीं आया है, वहीं विभागीय अधिकारी टेंडर निकालने की बात कह जिम्मेदारी निभा रहे हैं.