काफी देर तक आवाज देने के बाद भी जब वह नहीं उठा तो दूसरे अन्य यात्रियों ने उसे उठाने का प्रयास किया. मगर बेहोश रहने के कारण वह कुछ बोल पाने में सक्षम नहीं था. स्थिति नाजुक देख देवघर आ रहे एक यात्री ने मथुरापुर में यात्रियों की मदद से उसे ट्रेन से उतारा अौर अॉटो के जरिये देवघर सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां अॉन डयूटी चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार शुरू करने के बाद वह अपने घर के लिए चल दिये. फिलहाल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रमेश का इलाज चल रहा है.
यशोदा देवी ने बताया कि रमेश के साथ वे हावड़ा-मोकामा पैसेंजर ट्रेन से देवघर आ रहे थे. सुबह में चित्तरंजन स्टेशन आने पर दो लड़के बोगी में सवार हो उनके बगल में बैठ गये. काफी देर तक इधर-उधर की बातें करते हुए रमेश को बिस्कुट खाने के लिए दिया. इसके बाद रमेश ऊपर की सीट पर सोने के लिए चला गया. उसके पास ही पैसा, मोबाइल व बैग में नया कपड़ा था. जब उसे उतारा गया तो उसके पास मोबाइल, पैसा व उसके बैग में रखा नया कपड़ा नदारद था.