सारवां: प्रखंड में मनरेगा के तहत संचालित विभिन्न योजनाओं के अनुश्रवण व कार्य को संपन्न कराने के लिए मनरेगा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. इनके द्वारा योजनाओं को गति प्रदान करने के लिए नियमित रूप से पंचायत क्षेत्र के लाभुकों के सिंचाई कूप, मिट्टी मोरम पथ, समतलीकरण, मेड़बंदी आदि योजनाओं का प्राक्कलन तैयार करने के साथ योजना के संचालन के साथ मानव कार्य दिवस, एफटीओ,एमबी तैयार करने के अलावा भुगतान की प्रक्रिया का त्वरित निष्पादन करते हैं. लेकिन 10 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के कारण प्रखंड की मनरेगा योजनाओं पर खासा असर पड़ रहा है.
प्रखंड कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, 328 विभिन्न योजनाओं पर काम चल रहा है, लेकिन हड़ताल के कारण काम प्रभावित हुआ है. मनरेगा के संचालन के लिए एक बीपीओ,18 रोजगार सेवक,एक लेखा सहायक,जेई एक, एई एक प्रतिनियुक्त हैं. मनरेगा कार्य के संचालन के लिए बीडीओ धीरेंद्र कुमार द्वारा पंचायत सेवकों को निर्देश दिया गया कि किसी भी हालत में मनरेगा कार्य प्रभावित न हो.
जबकि सारवां प्रखंड में एक पंचायत सेवक के जिम्मे कई पंचायतों का दायत्वि है. ऐसे में पंचायतों में मनरेगा कार्य का समय से निष्पादन मुश्किल हो गया है. इस कारण जहां विभिन्न योजनाएं लटक गयी हैं,वहीं वित्तीय वर्ष की बची राशि खर्च होने की संभावना भी क्षीण हो गयी है.