देवघर : देवघर भूमि घोटाले की जांच की आंच अब डीसी के गोपनीय शाखा तक पहुंच गयी है. सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ के इंस्पेक्टर ने डीसी के गोपनीय शाखा में पिछले दस वर्षो में पदस्थापित कर्मचारियों की सूची मांगी है. सीबीआइ इंस्पेक्टर ने एक माह पहले ही डीसी से यह सूची मांगी है. अब गोपनीय प्रभारी द्वारा सूची को फाइनल कर लिया गया है.
जल्द ही सीबीआइ इंस्पेक्टर को कर्मचारियों की सूची सौंप दी जायेगी. बताया जा रहा है कि गोपनीय शाखा से लगभग दर्जन भर उन कर्मचारियों की सूची तैयार की गयी है, जिनकी पदस्थापना गोपनीय शाखा में पिछले 10 वर्षो के दौरान रही.
सूत्रों के अनुसार, सीबीआइ ने यह भी पूछा है कि अभिलेखागार चोरी कांड में जिन कर्मचारियों को अभियुक्त बनाया गया है, क्या वे भी कभी गोपनीय शाखा कार्यालय में पदस्थापित थे. बताया जाता है कि सूची प्राप्त करने के बाद सीबीआइ कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलायेगी.
अभिलेखागार के दस्तावेज से जुड़ा है मामला !
भूमि घोटाला के अनुसंधान में सीबीआइ द्वारा पहली गोपनीय शाखा के कर्मचारियों की सूची मांगी गयी है. सूत्रों के अनुसार,अभिलेखागार चोरी कांड का प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआइ अभिलेखागार के दस्तावेज से जुड़े मामलों में गोपनीय शाखा के कर्मचारियों की सूची मांगी है.
इसमें यह देखा जा सकता है कि किन कर्मियों का दायित्व डीसी के आवासीय कार्यालय में अभिलेख लाने का दायित्व था तथा अभिलेखागार से किन कर्मियों ने पंजी से दस्तावेज रिसीव किया था. मालूम हो कि भूमि घोटाला मामले का उजागर अभिलेखागार के दस्तावेजों से हुई छेड़छाड़ के बाद हुआ था.