उधर, कुंदन को लेने के लिए यूपी के कानपुर क्राइम ब्रांच की टीम दो दिनों में यहां पहुंचेगी. कानपुर पुलिस को सूचना दे दी गयी है. पुलिस को पूछताछ में कुंदन ने बताया कि साइबर क्राइम में उसकी सीधी सहभागिता नहीं है. आरोपितों से उसका संपर्क जरुर रहा है. उनलोगों के कहने पर वह साइबर अपराध का पैसा अपने एकाउंट में ट्रांसफर करता था.
इसके लिए उसने अपने एटीएम तक उनलोगों को दे देता था. ट्रांजेक्शन कर पैसा लाने के बाद पर्ची दिखा कर उनलोगों द्वारा कुंदन को बतौर 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था. सूत्रों की मानें तो कुंदन के एकाउंट से कई बड़े ट्रांजेक्शन का प्रमाण मिलने के बाद कानपुर पुलिस ने ही बैंक को खाता फ्रीज करने का आग्रह किया था. इसके बाद बैंक द्वारा खाते को फ्रीज कर दिया गया. इसका पता करने वह बुधवार को बैंक गया ही था और वहीं दबोचा गया.