देवघर : झारखंड अधिविद्य परिषद के तत्वावधान में 16 फरवरी से आरंभ होने वाली वार्षिक मैट्रिक व इंटर की परीक्षा के लिए मंगलवार को सेंटर निर्धारण कमेटी की बैठक उपायुक्त अरवा राजकमल की अध्यक्षता में हुई. परीक्षार्थियों की भीड़ को देखते हुए मैट्रिक परीक्षा के लिए 44 केंद्र व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 19 केंद्र का प्रस्ताव तैयार किया गया. प्रस्तावित केंद्र पर अंतिम रूप से मुहर लगाने के लिए झारखंड अधिविद्य परिषद रांची को सूची भेजी जायेगी. वार्षिक मैट्रिक परीक्षा में करीब 20 हजार व इंटरमीडिएट परीक्षा में नौ हजार से ज्यादा परीक्षार्थियों के शामिल होने का अनुमान है.
विद्यालय के अपग्रेडेशन सहित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में साइंस की पढ़ाई पर मंथन हुआ. जरमुंडी विधायक बादल ने विद्यालय की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कहा कि विद्यालय में मूलभूत सुविधा सहित संसाधन का अभाव है. ऐसे में विद्यालय के विकास मद में पड़ी राशि का उपयोग विद्यालय हित में किया जाये.
विधायक की बातों को गंभीरता से लेते हुए यथाशीघ्र प्रधानाध्यापकों की बैठक बुलाने व जरूरी सामग्री के क्रय करने पर विचार किया जायेगा. बैठक में जरमुंडी विधायक सहित डीइओ उदय नारायण शर्मा, झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ इकाई देवघर के जिलाध्यक्ष कालीचरण चौधरी, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ इकाई देवघर के जिलाध्यक्ष मोहन प्रसाद साह, पुलिस अधीक्षक देवघर के प्रतिनिधि, देवघर विधायक, मंत्री राजपलिवार एवं मंत्री रणधीर सिंह के प्रतिनिधि शामिल थे.
हाइस्कूल व प्लस टू स्कूल का प्रस्ताव
सरकार के गाइड लाइन के हिसाब से प्रत्येक पांच किलोमीटर पर एक हाइस्कूल एवं प्रत्येक सात किलोमीटर पर एक प्लस टू स्कूल के अपग्रेडेशन पर विचार हुआ. कुल 77 स्कूलों को हाइस्कूलों में अपग्रेड एवं 43 हाइस्कूलों को प्लस टू में अपग्रेड का प्रस्ताव लिया गया. स्कूलों के अपग्रेडेशन का प्रस्ताव विभाग को भेजा जायेगा. विभागीय स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई आरंभ की जायेगी.
केजीबीवी में होगी साइंस की पढ़ाई
जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में प्लस टू साइंस की पढ़ाई सुनिश्चित कराने के लिए नजदीक के स्कूलों के साइंस टीचर को क्लासेस के लिए प्रतिनियुक्ति पर विचार किया गया. निर्णय लिया गया कि जल्द ही कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं को साइंस की पढ़ाई करायी जायेगी. शिक्षकों के अभाव में विद्यालय की छात्राएं साइंस की पढ़ाई से वंचित हैं.
देवघर एवं मधुपुर में खुलेगा नि:शुल्क कोचिंग सेंटर
कक्षा 10वीं से 12वीं तक के कमजोर छात्रों को अंगरेजी, विज्ञान, गणित की गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई के लिए देवघर एवं मधुपुर में दो-दो नि:शुल्क कोचिंग सेंटर शुरू किया जायेगा. प्रत्येक सेंटर में सीटों की संख्या 40-40 होगी. कोचिंग सेंटर में सेवा देने वाले फैक्लिटी एक्सपर्ट प्रतिदिन पांच सौ रुपये के हिसाब से मानदेय का भुगतान किया जायेगा. कोचिंग सेंटर में सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवा लेने पर भी विचार किया जायेगा.