देवघर: खाद्य सार्वजनिक वितरण व उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री दाल-भात योजना केंद्र का हाल-बेहाल है. कहने को तो जिले के शहरी क्षेत्र में चार जिसमें देवघर में दो और मधुपुर व पालोजोरी में एक-एक सेंटर चलता है.
वहीं प्रखंडों में कुल नौ केंद्र संचालित हैं. देवीपुर का केंद्र इन दिनों बंद पड़ा है. इन केंद्रों में सरकार द्वारा चावल व सप्ताह में तीन दिन के लिए सोयाबीन और चना मुहैया कराया जाता है. बावजूद अधिकांश केंद्रों पर दिये जाने वाले भोजन में दाल व सब्जी नाम का रहता है. केंद्र पर रखी गयी पंजी में प्रोपर इंट्री भी नहीं रहती है. प्रभात खबर की टीम ने अधिकांश केंद्रों पर पहुंच कर पड़ताल की. इसमें देवघर शहरी क्षेत्र में केके स्टेडियम में चलने वाले केंद्र का शटर बंद मिला. वहीं कचहरी के पास संचालित केंद्र में इक्के-दुक्के लोग खाने पहुंच रहे थे.
सुबह आठ बजे केंद्र खुलता है. 11 बजे से कचहरी चलने तक (करीब चार बजे तक) भोजन खिलाया जाता है. दोपहर में प्रभात खबर टीम पहुंची. उसी वक्त दो रिक्शे वाले भोजन करने पहुंचे. पांच-पांच रुपया देकर भोजन मांगा.
इन लोगों की थाली में दिये चावल की मात्र तो सही थी, किंतु दाल की जगह पानी था. सब्जी नाम की, सिर्फ आलू ही था. चावल की मात्र के अनुरूप थाली में सब्जी नहीं दिखी. एक टोपिया में चावल था, देखने से लगा कि करीब 10 किलो चावल का भात है. एक छोटी कुकर में दाल रखा था. वहीं छोटी डेगची में कम मात्र में सब्जी रखी थी. केंद्र की संचालक दुर्गा स्वयं सहायता समूह की नीलम ने कहा कि चार सौ लोगों को हर दिन खिलाती हैं. केंद्र में रखी गयी पंजी में तारीख अंकित नहीं था. पूछने पर उन्होंने कहा समय के अभाव में अपडेट नहीं कर पा रहे हैं. मौके पर रसोइया शारदा देवी व सरिता देवी भी थी.