देवघर: आदिवासी-मूलवासी संगठनों द्वारा स्थानीयता के मुद्दे पर आहूत बंदी देवघर जिले में बेअसर रहा. यहां से दुमका, गोड्डा, मधुपुर, गिरिडीह, धनबाद, चकाई, भागलपुर, बांका व सुलतानगंज तक चलने वाली गाड़ियां दिन भर आती-जाती रही. बाजार की सभी दुकानें खुली रही.
बंदी में कोई सड़कों पर भी नहीं दिखे. हालांकि बंदी से निबटने के लिये पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. पुलिस लाइन से अतिरिक्त लाठी बल के साथ अश्रु गैस के साथ जवानों की डय़ूटी लगायी गयी थी.
जसीडीह में भी नहीं दिखा असर: जसीडीह. आदिवासी संगठनों द्वारा शनिवार को घोषित झारखंड बंद जसीडीह में बेअसर रहा. बंद के मद्देनजर देवघर उपायुक्त, एसपी व रेल एसआरपी (धनबाद) ने प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारी को सतर्क कर दिशा-निर्देश दिया. बंद को लेकर एसडीओ ने देवघर के टावर चौक, सतसंग चौक, बाजला चौक, चकाई मोड़ व रेलवे स्टेशन पर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. जसीडीह स्टेशन होकर चलने वाली ट्रेनों के साथ वाहनों का परिचालन अन्य दिनों की तरह सामान्य रहा. बाजार-हाट के दुकानें भी खुली रही.