Advertisement
पटरी पर मौत का खेल
मधुपुर : मुख्य रेलखंड पर चितरंजन व नवा पतरो हॉल्ट के बीच रेलवे ट्रैक पिछले चार माह से अपराधियों के निशाने पर है. अपराधी बड़ी रेल दुर्घटना को अंजाम देने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. यह महज संयोग ही है कि रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ के बाद भी उक्त पटरी से […]
मधुपुर : मुख्य रेलखंड पर चितरंजन व नवा पतरो हॉल्ट के बीच रेलवे ट्रैक पिछले चार माह से अपराधियों के निशाने पर है. अपराधी बड़ी रेल दुर्घटना को अंजाम देने के लिए कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं.
यह महज संयोग ही है कि रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ के बाद भी उक्त पटरी से गुजरने वाली ट्रेनें बच निकली. रेल पटरी के साथ लगातार कौन सा गिरोह छेडछाड कर रहा है, इसका खुलासा रेल पुलिस अब तक नहीं कर सकी है. पुलिस की नाकामी से अपराधियों के हौसले बढ़ते नजर आ रहे हैं. अपराधी अगर अपने मंसूबे हुए तो कभी भी कोई बड़ी रेल दुर्घटना या जानमाल की भारी तबाही हो सकती है. अपराधी गिरोह अलग-अलग जगहों में कभी पैडल क्लिप खोल दे रहे है तो कभी रेलवे ट्रेक पर स्लीपर स्लैब रख कर ट्रेन को बेपटरी करने का प्रयास कर रहे हैं. कभी ट्रेन में डकैती कांड को अंजाम दे रहें है तो कभी फिश प्लेट खोल दे रहे हैं. इन सब घटनाओं के बावजूद रेल पुलिस शामिल अपराधियों की धर-पकड़ में फेल रही है. यात्रियों की सुरक्षा दावं पर है और पुलिस मामले में संवेदनहीन दिख रही है.
कब-कब हुई घटना
30 नवंबर की रात को अपराधियों के गिरोह ने बोदमा हॉल्ट के पास रेलवे पोल संख्या 244 व 246 के पास से अप व डाउन लाइन में 300 पैडल क्लिप खोल दिया. जिससे आरपीएफ ने बाद में कुछ ही दूरी पर एक झाड़ी से बरामद किया. इससे स्पष्ट होता है कि अपराधी की नीयत पैडल क्लिप की चोरी करना नहीं बल्कि रेल को बेपटरी कर बड़ी वारदात को अंजाम देना था.
इससे पूर्व नवंबर के मध्य में ही जोड़ामो हॉल्ट के पास 16 पैडल क्लिप खोल दिया था. 16 अगस्त को काशीटांड हॉल्ट के पास अपराधियों के एक गिरोह ने रात को रेलवे स्लीपर रख कर पंजाब मेल को बेपटरी करने का प्रयास किया था. लेकिन पंजाब मेल से पूर्व एक मालगाड़ी गुजरने से हादसा टल गया. बोदमा हॉल्ट के पास ही अपराधियों ने अगस्त माह में ही 46 पैडल क्लिप खोल दिये थे. साथ ही दो फिश प्लेट भी खोल कर गायब कर दिया था.
अक्तूबर में काशीटांड़ हॉल्ट के पास लगातार 90 पैडल क्लिप खोला हुआ पाया गया था. मधुपुर व नवा पतरो के बीच तकरीबन 25 पीस पैंडल क्लिप धमना रेलवे फाटक के पास खोला हुआ पाया गया था. इसके अलावे गिरिडीह रेलखंड पर दो फिश प्लेट खोलने और शंकरपुर स्टेशन के पास अजय नदी पुल के कई नट गायब मिले थे. जामताडा रेलवे साइडिंग में खडी एक मालगाडी का 28 कंट्रोल रड व नकल क्लिप खोला गया था. इन सभी वारदातों के पिछे अपराधियों की कोई न कोई मंशा जरूर नजर आ रही है.
कहते हैं अभियंता: पीडब्लूआई के सहायक अभियंता ने कहा कि रेलवे पटरी से लगातार 10-20 पैडल क्लिप खोल लेने से एलाइमेंट और पटरी के गैज में गड़बड़ी आ सकती है. जिससे ट्रेन दुर्घटना की संभावना हो सकती है. देखरेख के लिए प्रतिदिन तीन किलोमीटर की दुरी पर निगरानी के लिए एक-एक की मैन को रेलवे ने तैनात किया हुआ है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement