उनके निधन के बाद पुत्र केटु पुजहर ने इसे आगे बढ़ाया. गांव में अमन-चैन, सुख-समृद्धि व शांति के लिए रामपुर-पुनसिया सेवक समाज के तत्वावधान में 1973 से पूजा की जा रही है़ कमेटी में कोई अध्यक्ष व सचिव नहीं है़ सभी सदस्य बराबर हैं. यहां पंडित राजेश पांडेय तांत्रिक विधि से पूजा-अर्चना करेंगे़ महाअष्टमी के दिन दर्शन करने आये भक्तों के बीच मुड़खिचड़ी महाप्रसाद वितरित की जायेगी़ दशमी के दिन मेला लगेगा़ .
इस दिन आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांवों के सैकड़ों भक्त जुटेंगे़ एकादशी के दिन शोभा यात्रा निकाल कर प्रतिमा का विसर्जन जायेगा़ मां की प्रतिमा बरमसिया निवासी श्रीकांत पंडित बना रहे है़ं