इस संबंध में सहायक वन संरक्षक मोहन सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना पर पत्थर लदा ट्रक जब्त कर वन अधिनियम 33सी, 41, 42 व 52 के तहत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है. पकड़े गये चालक सहित मुंशी को न्यायिक हिरासत में कोर्ट में पेश कराया जायेगा. उधर सूत्रों की मानें तो अहले सुबह वन विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली थी कि डिगरिया के जंगल में दो ट्रक लगा कर क्वार्ज पत्थर लोड किया जा रहा है. जब तक स्थल पर वन विभाग के अधकारियों की टीम पहुंची, उसके पूर्व ही एक ट्रक पत्थर लोड कर कारोबारी निकाल चुके थे. वन विभाग के छापेमारी टीम के अधिकारियों को पूछताछ में पकड़े गये ट्रक चालक व मुंशी ने बताया कि 80 हजार रुपये के किराये में पत्थर भूटान पहुंचाने की बात हुई थी. जब्त ट्रक का कोई कागजात भी नहीं था. वहीं पत्थर के सिलसिले में भी उनलोगों द्वारा कोई कागजात नहीं दिखाया जा सका.
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लाखों का क्वार्ज पत्थर लदा ट्रक जब्त, दो गिरफ्तार
देवघर/जसीडीह : वन विभाग के पदाधिकारी समेत वन रक्षियों की टीम ने गुरुवार अहले सुबह डिगरिया जंगल में छापेमारी कर अवैध रूप से ट्रक (डब्लूबी 37 सी 7173) में लोड करीब 700 सीएफटी क्वार्ज पत्थर जब्त किया. मौके पर से ट्रक चालक बिहार अंतर्गत औरंगाबाद निवासी प्रेम कुमार चौधरी व मुंशी जसीडीह थाना क्षेत्र के […]
देवघर/जसीडीह : वन विभाग के पदाधिकारी समेत वन रक्षियों की टीम ने गुरुवार अहले सुबह डिगरिया जंगल में छापेमारी कर अवैध रूप से ट्रक (डब्लूबी 37 सी 7173) में लोड करीब 700 सीएफटी क्वार्ज पत्थर जब्त किया. मौके पर से ट्रक चालक बिहार अंतर्गत औरंगाबाद निवासी प्रेम कुमार चौधरी व मुंशी जसीडीह थाना क्षेत्र के रामचंद्रपुर निवासी रविंद्र चौधरी को भी वन विभाग की टीम ने हिरासत में लिया है. बताया जाता है कि उक्त पत्थर भूटान ले जाया जा रहा था. जब्त क्वार्ज पत्थर की कीमत वन विभाग की टीम द्वारा करीब चार लाख रुपये आंकी गयी है.
कैसे पकड़ा गया उक्त ट्रक
अहले सुबह करीब चार बजे गोकुलडीह-मंझियाना के जंगल में खोद कर जमा किये सफेद पत्थर (क्वार्ज पत्थर) ट्रक में लोड किया गया. इसके बाद कारोबारियों द्वारा ट्रक डिगरिया जंगल में लाकर पत्थर लोड किया जाने लगा. इसी बीच किसी के द्वारा गुप्त सूचना पाकर रेंज ऑफिसर रघुवंश मणि सिंह सहित फोरेस्टर अजय लाल सिंह, वनरक्षी राजेंद्र राम व अन्य वनकर्मी पहुंचे और घेराबंदी कर उक्त पत्थर लोड ट्रक को जब्त कर लिया. मौके पर से पत्थर लोड करा रहे मुंशी व ट्रक चालक को भी हिरासत में ले लिया.
10 वर्ष पूर्व भी पकड़ा गया था पत्थर लोडेड ट्रक
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 10 साल पूर्व भी इसी तरह से सफेद पत्थर लोड ट्रक पकड़ा गया था. इसके बाद से यह कारोबार बंद था. इधर कुछ महीने से इस अवैध कारोबार देवीपुर व जसीडीह थाना क्षेत्र से संचालित होने की सूचना मिल रही थी. वन विभाग इसके उदभेदन करने के प्रयास में लगी हुई थी.
संताल व छोटानागपुर में है सफेद पत्थरों की पहाड़ी
सूत्रों के अनुसार संताल परगना व छोटानागपुर इलाके में सफेद पत्थरों की छोटी-छोटी पहाड़ियां हैं. चोरी छिपे इन पहाड़ियों में पत्थर माफिया व अवैध कारोबारियों की मिलीभगत से अवैध उत्खनन चल रहा है. इसमें स्थानीय स्तर पर सफेदपोश व सरकारी तंत्र की भी सहभागिता है. पत्थर माफियाओं व कारोबारियों का जाल देश के राजस्थान समेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भूटान तक फैला हुआ है. उच्चस्तरीय जांच करायी गयी तो इसमें बड़े खुलासे हो सकते हैं.
क्या उपयोग है इस सफेद पत्थर का
जानकारों की मानें तो इस सफेद (क्वार्ज) पत्थरों का उपयोग सामान्य तौर पर मार्बल फैक्ट्री समेत चीनी मिट्टी के उत्पाद निर्मित फैक्ट्रियों में किया जाता है. यह महंगी कीमतों पर बिकती है. सूत्रों के अनुसार जसीडीह व देवीपुर इलाके से हर महीने करीब 15 से 20 ट्रक इस सफेद पत्थरों को बाहर भेजा जा रहा है. बावजूद स्थानीय पुलिस सहित खनन विभाग इससे बेखबर है. गुरुवार को ट्रक जब्त होने के बाद से ही कई रसूकदार लोगों समेत सफेदपोशों का पैरवी के लिये अधिकारियों को फोन आना भी शुरु हो गया.
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