देवीपुर : कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय छात्रओं के लिए अच्छी सुविधा के साथ अच्छी शिक्षा का मानक मानी जाती है. लेकिन देवीपुर केजीएवी के पठन-पाठन व्यवस्था का पोल झारखंड राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष संजय मिश्र के निरीक्षण के दौरान खुल गया. इस दौरान डीएसइ एसएस मेहता भी थे.
जांच के दौरान श्री मिश्र ने एक दिन पहले ही छात्रओं को प्राप्त स्कूल ड्रेस को घटिया गुणवत्ता वाला बताया. उन्होंने कहा कि इससे कभी भी छात्रओं को चर्म रोग हो सकता है. जब श्री मिश्र ने 12वीं की छात्रओं से देश के गृहमंत्री का नाम पूछा तो छात्राएं अनुत्तर हो गयी. यहां तक कि वार्डन भी देश के गृहमंत्री का नाम नहीं बता सकी.
इस पर नाराजगी जताते हुए श्री मिश्र ने केजीएवी देवीपुर की पढ़ाई को रामभरोसे बताया. छात्रओं को मिलने वाले भोजन भी संतुलित नहीं मिले. निरीक्षण के क्रम में उन्होंने पाया कि एक भी कक्षा व शयन कक्ष में पंखा नहीं लगा है. उन्होंने कहा कि सभी मामलों में कमीशन खोरी कर व्यवस्था का ऐसा हाल बना दिया गया. डीसी को पत्र लिखकर सभी मामलों को जांच कराया जाएगा. साथ ही वार्डन समेत प्रखंड व जिला के पदाधिकारियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बाल अधिकार का हनन हो रहा है.
श्री मिश्र ने पंखा लगाने का निर्देश दिया व गुणवत्तापूर्ण ड्रेस देने का निर्देश दिया. साथ ही वार्डन व किरानी को 15 दिन के अंदर व्यवस्था सुधारने की बात कही. बच्चों को अपना मोबाइल नंबर देते हुए किसी प्रकार की शिकायत सीधे बताने को कहा. श्री मिश्र ने पाया कि सहायक शिक्षका निशा गुप्ता बिना सूचना के एक दिन व संगीता कुमारी दो दिन से गायब हैं. वहीं रानी बेगम सीएल पर गत 30 जुलाई से छुट्टी पर है. बच्चों के लिए ना ही अखबार आता है .
विद्यालय में विषयवार शिक्षक भी नहीं हैं. वार्डन गुड़िया रानी ने बताया कि कपड़ों का चयन विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा किया गया है. समिति के अलावा वार्डन, अध्यक्ष, बीइइओ व एलक्ष्ओ आदि थे. विद्यालय में विषय वार पार्ट टाइम महिला शिक्षक 150 दैनिक भत्ता पर रहना नहीं चाहती है. मौके पर शारीरिक शिक्षिका स्नेहा कुमारी व पार्ट टाइम शिक्षिका पुष्पा कुमारी उपस्थित थे.