दुमका, देवघरः महज चार साल में निवेश का दोगुना कर राशि लौटाने का सब्जबाग दिखानेवाली चिटफंड कंपनी एमफिल रियलिटी इंडस्ट्रीज लिमिटेड दुमका जिले में निवेशकों से लगभग तीन करोड़ रुपये का निवेश कराकर चंपत हो गयी है.
लंबे अरसे से इस कंपनी की शाखा में ताला लटका हुआ है. पिछले छह-सात महीने से इस कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का चक्कर लगाने वाले कुछ एजेंटो एवं निवेशकों ने शनिवार को पारस नाथ राउत नाम के एक युवक को पकड़ा और उसे पुलिस के हवाले कर दिया. पारस नाथ राउत ने ही एमफिल रियलिटी इंडस्ट्रीज लिमिटेड की दुमका शाखा को स्थापित कराया था.
15 अप्रैल 2011 को खुला था दुमका में ब्रांच
भागलपुर रोड में हदहदिया पुल के आगे 15 अप्रैल 2011 को उक्त कंपनी के कार्यालय का उद्घाटन हुआ था. इस कार्यालय को चालू करने से पूर्व पारस नाथ राउत ने होटल साकेत में कोलकाता की इस कंपनी के बारे में कुछ लोगों को बताया तथा उन्हें जोड़ा. बाद में ब्रांच खुलने के बाद वह उसका शाखा प्रबंधक बना था.
पुलिस ने किया पारस के खिलाफ मामला दर्ज
नगर थाना पुलिस ने पारस नाथ राउत के खिलाफ गिलानपाड़ा के मुकेश रंजन के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पारस कोलकाता के ईस्ट कल्याण नगर, पानशिला का रहने वाला है. निवेशकों से तीन करोड़ रुपये की ठगी मामले में उसके खिलाफ भादवि की दफा 420, 467,468 एवं 471 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
मुख्य प्रबंध निदेशक को भी बनाया गया अभियुक्त
ठगी के इस मामले में कंपनी के मुख्य प्रबंध निदेशक बारासात कोलकाता निवासी मासूम अहमद, बासीरहाट, कोलकाता निवासी निदेशक सैफुल इस्लाम उर्फ मास्टर दा, राजारहाट निवासी निदेशक मो अजीमुद्दीन व वैशाखी पोस्ट कोलकाता निवासी कंपनी के निदेशक शुजाउद्दीन मंडल को अभियुक्त बनाया गया है. प्राथमिकी के साथ कंपनी के उन दस्तावेजों को भी दिखाया गया है, जिन्हें दिखाकर निवेशकों को ठगा गया.
9 हजार से 6 लाख तक निवेशक करने वालों का दिया विवरण
शिकायत पत्र में 9 हजार रुपये से लेकर छह लाख रुपये उक्त कंपनी में निवेश करने वालों के विवरण भी दिये गये हैं. कुछ एजेंटो ने बताया कि लुभावने स्कीम दिखाकर विभिन्न एजेंटो से इस कंपनी ने दुमका में लगभग तीन करोड़ रुपये निवेशकों से जमा करवाया. परिपक्वता अवधि पूरी होने पर टालमोटाल की जाने लगी और पिछले साल जुलाई में शाखा बंद कर दी गयी थी.
‘शिकायत पर एमफिल के दुमका में शाखा प्रबंधक रहे पारस नाथ राउत व के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है तथा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. कंपनी के और लोगों के खिलाफ भी जल्द कार्रवाई होगी. पुलिस टीम कोलकाता जायेगी.’’
अनिल कुमार श्रीवास्तव, डीएसपी
‘‘दुमका में एमफिल में जुड़ा हुआ था, लेकिन कंपनी के तौर-तरीके सही नहीं देख जून 2012 में कंपनी को छोड.दिया था. 4 मई को ही मैं अपने काम के सिलसिले में दुमका आया था.
पारस नाथ राउत, अभियुक्त