देवघर: सदर अस्पताल प्रबंधन के लिए यहां के चूहे परेशानी का सबब बने हुए हैं. चूहों की कारस्तानी के कारण मरीजों व कर्मियों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है. अस्पताल के चूहे पाइप के जरिये प्रसव कक्ष व अन्य कक्ष के खराब कपड़ों को कुतर कर टंकी में डाल रहे हैं.
नौबत तो यहां तक आ पड़ी कि इस संबंध में डीएस को पत्र भी लिखा गया है. वहीं पानी टंकी के समीप कूड़ा दान में वेस्टेज कचरा फेंके रहने से टंकी की पानी दूषित हो रहा है. उसी जगह सप्लाई पानी की टंकी है. शीघ्र कोई समाधान नहीं किया गया तो मरीज के साथ कर्मचारी गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं.
पानी टंकी के समीप किया जाता है मल-मूत्र
वार्ड एवं प्रसव कक्ष का वेस्टेज कचरा का अंबार लगा है. गंध से वहां खड़ा होना मुश्किल है. उसके बावजूद पानी टंकी के समीप मल-मूत्र किया जा रहा है. टंकी के समीप लाइट की व्यवस्था निर्देश के बावजूद नहीं हो सकी. वार्ड, आइसीटीसी, प्रसव कक्ष, शौचालय का पानी का पाइप टूटा है. टंकी भरने के कुछ देर बाद ही पानी खाली हो जाता है. पाइप को ठीक कराने के अलावा अविलंब सफाई कराने के लिए कहा गया, लेकिन नहीं हुआ. इस संबंध में सिविल सजर्न डॉ अशोक कुमार के मोबाइल पर संपर्क नहीं हो सका.