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प्रवचन ::::स्टोनहेंज में है अति प्राचीन ड्रूइड मंदिर

ऐसा विश्वास किया जाता है कि इन शक्ति बिंदुओं का निर्धारण तथा स्थापना ड्रूइडों द्वारा नहीं बल्कि उनके पूर्वजों द्वारा की गयी थी. बाद की पीढि़यों में इन बिंदुओं का पवित्र कर्मकांड के लिये प्रयोग किया गया. इन नोड्स अथवा ऊर्जा बिंदुओं का संबंध चुम्बकीय तथा प्राण-ऊर्जा के प्रवाह पथों-लेय्स से था जो समूचेे इंगलैंड […]

ऐसा विश्वास किया जाता है कि इन शक्ति बिंदुओं का निर्धारण तथा स्थापना ड्रूइडों द्वारा नहीं बल्कि उनके पूर्वजों द्वारा की गयी थी. बाद की पीढि़यों में इन बिंदुओं का पवित्र कर्मकांड के लिये प्रयोग किया गया. इन नोड्स अथवा ऊर्जा बिंदुओं का संबंध चुम्बकीय तथा प्राण-ऊर्जा के प्रवाह पथों-लेय्स से था जो समूचेे इंगलैंड के ग्रामों में फैले पड़े थे. वर्तमान में अति प्राचीन ड्रूइड मंदिर स्टोनहेंज में है. ऊर्जापथ के माध्यम से इस मंदिर का संबंध साल्सबरी के किले से है. इंगलैंड में ग्लेस्टनबरी एबी भी इसी प्रकार की ऊर्जा रेखा पर निर्मित किया गया था, जिसके मुख्य अक्ष का झुकाव स्टोनहेंज की बोर था. अनेक चर्च का निर्माण इन्हीं ऊर्जा बिंदुओं पर हुआ था.

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