देवघर: मारवाड़ी समाज द्वारा होली हर्षोल्लासपूर्वक मनाया जाना शुरू हो चुका है. इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने ढाल थापना पर्व परंपरागत तरीके से मनाया. इसमें घर की महिलाओं ने गाय के गोबर से नारियल, होलिका, कुकड़ी, पान, खड़ाऊं, सूर्य, चंद्रमा, चूल्हा, बेलना, चक्की आदि बनायी. इसे धूप में सुखाया जायेगा.
सूखने के बाद पांच मार्च को हल्दी, आटा, रौली व मेहंदी से जेल पोना किया जायेगा (अर्थात रंगाया जायेगा). शाम में होलिका दहन करेंगे. मारवाड़ी युवा मंच देवघर शाखा के तत्वावधान में होलिका दहन कार्यक्रम की तिथि व समय की घोषणा की गयी. इसमें गुरुवार सुबह दस बजे बाद जेल पोना होगा. उसके उपरांत सुबह 10:30 बजे डांडा पूजन किया जायेगा. जबकि रात्रि साढ़े सात बजे होलिका दहन किया जायेगा. इस संबंध में मंच के सचिव अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि मंच की ओर से सारी तैयारी की जा रही है. पांच मार्च को सारा कार्यक्रम आरएल सर्राफ स्कूल परिसर में किया जायेगा. इसकी सूचना लोगों को भेजी जा रही है.
क्या है मान्यता : यह असत्य पर सत्य की जीत है. इसमें होलिका को परंपरागत तरीके से जलाया जाता है. जलते समय डांडा को निकाल लिया जाता है. डांडा बालक प्रह्लाद के प्रतीक हैं. होलिका जलने के बाद हर्ष मनाते हैं. लोग अपने घरों में गर्म राख लाते हैं.