इससे पहले दिल्ली की एक्सपर्ट की टीम ने अभिलेखागार की छत, रोशनदान, दीवार व कमरे का निरीक्षण किया था. बताया जाता है कि एक्सपर्ट के इस निरीक्षण में प्रथम दृष्टया यह पता चला था किअंदर में विश्वास में लेकर किसी ने ताला तोड़कर बक्शा से दस्तावेज निकाला है.
दस्तावेज निकालने के बाद बक्शे में उस जगह अभिलेखागार का ही दूसरा कागजात रखा गया था. चोरी के बाद यह दूसरा कागजात कहां गया इसका भी सुराग सीबीआइ को नहीं मिला है. उस दूसरे कागजात से जांच वाली मूल दस्तावेज का क्या कनेक्शन है, सीबीआइ यह जानना चाहती है. फिलहाल सीबीआइ पूरी तरह से अभिलेखागार कांड में उलझ गयी है. सीबीआइ को यह भी लग रहा है कि जांच वाला मूल दस्तावेज अभिलेखागार पहुंची थी यह नहीं. यह भी अनुसंधान का एक बिंदु है.