पटना /देवघर: देवघर में जिन 27 कंपनियों को झारखंड सरकार ने सील किया है वह सभी कंपनियां रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से निबंधित नहीं है. रिजर्व बैंक ने झारखंड उच्च न्यायालय में हलफनामा दायर कर यह जानकारी दी है.
जानकारी के मुताबिक सोमवार को यह हलफनामा दायर किया गया है. रिजर्व बैंक के मुताबिक बिहार झारखंड से मात्र दो ही कंपनियों को निवेशकों से जमा लेने का लाइसेंस जारी किया गया है. यह कंपनियां हैं – ओपेल फिनांस और गृहस्थ फिनांस. दोनों का मुख्यालय पटना में है. अधिकारियों के मुताबिक 30 नवंबर, 2012 को जारी सूची के मुताबिक देश भर में महज 265 कंपनियों को आम लोगों से जमा लेने का लाइसेंस निर्गत है. देवघर में जिन कंपनियों को झारखंड सरकार ने सील किया है और रिजर्व बैंक ने कहा कि यह कंपनियां उनके यहां निबंधित नहीं है उनकी सूची इस प्रकार है.
कंपनियों के नाम
केयर विजन म्यूच्यूअल वेनीफिट लि., सुराहा माइक्रो फाइनेंस, सन प्लांट एग्रो ग्रुप, प्रयाग इंफोटेक हाइ राइज लि., साईं प्रसाद प्रोपर्टीज लि, फेडरल एग्रो कॉमर्शियल लि, गुलशन निर्माण इंडिया लि., तिरूबालाजी राइजिंग रियल स्टेट प्राइवेट लि., एलकेमिस्ट इन्फ्रा रियल्टी लि, धनोलटी डेपलपर्स लि., कोलकाता वियर इंडस्ट्री लि., संकल्प ग्रुप ऑफ कंपनीज, वियर्ड इन्फ्रा स्ट्रक्चर्ड कॉरपोरेशन लि., रूफर्स मार्केटिंग लि., सनसाइन ग्लोबल एग्रो लि., रमल इंडस्ट्रीज लि., इनॉरमस इंडस्ट्रीज लि., एक्सेला इन्फ्रा स्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट लि., गीतांजलि उद्योग लि., एम.पी.ए एग्रो एनिमल्स प्रोजेक्ट्स लि., जुगांतर रियल्टी लि., एटीएम ग्रुप ऑफ कंपनीज, मातृभूमि मनुफैक्चरिंग एंड मार्केटिंग (आइ) लि., रोज वेली होटल्स एंड इंटरटेनमेंट लि., बर्धमान सन्मार्ग वेलफेयर सोसायटी, अपना परिवार एग्रो फॉर्मिग डेवलपर्स लि. और वारिस ग्रुप एंड अर्सदीप फाइनांस लि.