देवघर: पीड़िता सितारा (काल्पनिक नाम) सातवीं की छात्र है. महिला थाना के सामने एनसी गल्र्स हाइस्कूल में पढ़ती है. करीब साल भर से दोनों आरोपित अशोक राय व सनोज राय उसकी आबरू लूटते रहे. पीड़िता ने इसका जिक्र प्राथमिकी में की है. प्राथमिकी के अनुसार इस दौरान दोनों उसे जान मारने की धमकी भी देते थे.
डर से पीड़िता ने विरोध नहीं किया. और इसी दौरान गर्भ भी ठहर गया. देखते-देखते नौ महीना बीत गया. दोनों आरोपित पीड़िता के पास उसकी माता-पिता की अनुपस्थिति में आते थे. खादी ग्रामोद्योग कैंपस, टावर चौक में पीड़िता के पिता पैकर हैं. कैंपस में ही आवास रखे हैं. उसी कैंपस में बगल में ही दोनों आरोपितों का भी आवास है. डर से पीड़िता ने मामले की जानकारी परिजनों को नहीं दी थी. पीड़िता के शरीर के बनावट से माता-पिता को आशंका हुई. उनलोगों ने पुत्री को पूछा तो मामले की जानकारी हो गयी.
पड़ोसी ने भी दबाया मामला
पीड़िता खादी ग्रामोद्योग कैंपस में ही रहती थी. अगल-बगल तीन-चार परिवार वाले भी रहते हैं. हर दिन पीड़िता अंदर-बाहर आती-जाती थी. नौ महीने तक पीड़िता के पेट में बच्चा पलता रहा. बावजूद उसके शरीर के बनावट से भी किसी को मामले की जानकारी नहीं हुई. अगर किसी को जानकारी हुई भी होगी तो सबों ने मामले को दबा रखा. अब पुलिस खादी ग्रामोद्योग कैंपस में रहने वाले अन्य लोगों से भी पूछताछ करेगी. अगर किसी ने आरोपितों का सहयोग किया तो उसे भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी. वहीं पुलिस उनलोगों का 164 के तहत कोर्ट में बयान भी करा भी सकती है.
सुनील ने लिया बच्चे को गोद
पुलिस के अनुसार बरमसिया मुहल्ले के सुनील बरनवाल नामक दंपति ने पीड़िता के बच्चे को गोद ले लिया है. इसके लिये उसने पीड़िता के माता-पिता से भी लिखा लिया है कि बच्चे की परवरिश के लिये उनलोगों की इच्छा पर बच्चे को गोद लिया. बच्चे को वे लोग माता-पिता का प्यार देंगे. अच्छी तरह से परवरिश करेंगे. वहीं पढ़ा-लिखा कर अच्छा इनसान बनायेंगे.
सुनील के भाई ने फोन किया पुलिस को तभी हुआ उजागर
सुनील कोई बच्च नहीं है. दंपती नावल्द है. वे लोग बच्चे को गोद लेना चाहते थे. पीड़िता द्वारा बच्चे को जन्म देने की सूचना मिली. इसके बाद उनलोगों ने उसके माता-पिता से संपर्क कर बच्चे को गोद ले लिया. सूत्रों के अनुसार सुनील के किसी भाई ने इस बीच पुलिस को सूचना दे दी कि कहीं से उसके भाई ने एक बच्चा लाया है. इसके बाद पुलिस ने पीड़िता के पिता संपर्क किया. बाद में एसपी सुबोध प्रसाद अकेले खादी ग्रामोद्योग कैंपस पहुंचे. पीड़िता ने एसपी को आपबीती सुनायी, तभी मामलाउजागर हुआ.