देवघर: नदहाड़े चोरी का कोयला गिरिडीह व देवघर जिले के आठ थाना क्षेत्रों से गुजरता है. बावजूद पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है. रास्ते में इस पर गश्ती दल व डय़ूटी करने वाले यातायात पुलिस की भी नजर पड़ती होगी, फिर भी वे लोग देख कर अनदेखा करते हैं या कुछ ओर है, यह समझ से परे है.
प्रतिदिन 25 से 30 साइकिल पर बोरे में लोड कोयला गुजरता है. सूत्रों के मुताबिक एक साइकिल में करीब पांच से छह क्विंटल कोयला लोड रहता है. साइकिल वाले उसे धक्का देकर ले जाते हैं. चढ़ाव व बाजार इलाके से साइकिल को धक्का देने के लिये साथ में बाइक से एक कारोबारी के आदमी भी साथ-साथ चलते हैं. चलती बाइक से वे पैर से कोयला की साइकिल को धक्का लगाते हुए साथ-साथ चलते हैं.
सूत्रों की मानें तो साइकिल द्वारा यह कोयला गिरिडीह इलाके से लाया जा रहा है. रास्ते में गिरिडीह के तीन थाने व देवघर जिले के मधुपुर थाना क्षेत्र के भिरखीबाद पथ से जिले की सीमा में कोयले की साइकिल प्रवेश करता है. देवीपुर, जसीडीह के रोहिणी इलाके, नगर थाना क्षेत्र के इलाके सत्संग, बाजला चौक, प्राइवेट बस स्टैंड फव्वारा चौक, झौसागढ़ी, बैजनाथपुर होकर मोहनपुर थाना की सीमा में प्रवेश करता है. यह देख कर सोमवार को कोयले की साइकिल ले जाते हुए प्रभात खबर के छायाकार ने बैजनाथपुर के समीप तसवीर भी उतारी है. कोयला की साइकिल को धक्का देकर ले जाने वाले बाइक सवार से पूछने पर उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया. बताया जाता है कि बाजार में कोयले की कीमत प्रति क्विंटल करीब एक हजार रुपये है.