देवघर: मोहनपुर थाना क्षेत्र के रामपुर(आदर्श कॉलोनी) निवासी गौतम ठाकुर का पांच वर्षीय पुत्र करन ठाकुर की मौत 15 जुलाई को हो गयी. इस मामले में गौतम ठाकुर ने डा सतीश ठाकुर पर मोहनुपर थाना कांड संख्या 287/13 भादवि की धारा 304 ए के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी है. गौतम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि डा सतीश ठाकुर द्वारा लिखे गये इंजेक्शन वाले स्लाइन से उसके पुत्र की मौत हुई है.
क्या है प्राथमिकी में
गौतम ठाकुर के अनुसार 15 जुलाई को उनके पुत्र करन को सुबह से चार-पांच बार दस्त होने के बाद पत्नी प्रगति ठाकुर ने करीब सुबह दस बजे डा सतीश ठाकुर के निजी क्लिनिक में इलाज के लिए ले गयी. डा सतीश ठाकुर ने करन को स्लाइन व इंजेक्शन सहित कुल सात प्रकार की दवाई लिखा तथा घर ले जाकर प्राइवेट कम्पाउंडर से सुई और दवा लेने की सलाह दी. यह सुनकर उनकी पत्नी ने उक्त चिकित्सक से बच्चे को उनके क्लिनिक में भरती कर इलाज करने का काफी अनुरोध किया व गिड़गिड़ाई. लेकिन चिकित्सक द्वारा ङिाड़क कर यह कहा गया कि मेरे क्लिनिक में जगह नहीं है.
यह सुनकर उनकी पत्नी उक्त क्लिनिक में स्थित दवा दुकान से दवा लेकर तथा बच्चे को लेकर घर आयी. उसके बाद आनन-फानन में डा राजीव पांडेय के प्राइवेट क्लिनिक के कम्पाउंडर अजीत वर्णवाल को साथ लेकर घर आया. उक्त कम्पाउंडर ने चिकित्सक के सलाह के अनुसार दवा देना शुरू किया. स्लाईन आदि चलने के बाद बच्चे के सेहत में काफी सुधार भी हुआ, इस बीच रात के करीब दस बजे चिकित्सक के परची में अंकित अंतिम इंजेक्शन स्लाइन के साथ मिलाकर जैसे ही चढ़ाया गया, बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. उसे बैचेनी के साथ हिचकी आने लगा. आनन-फानन में पुन: उक्त चिकित्सक के यहां ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने करन को मृत घोषित कर दिया.