देवघर: विगत दो वर्षो से एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स) की टीम की श्रवणी मेला में तैनाती की जाती है. श्रवणी मेला 2013 में भी पूरी तैयारी के 35 सदस्यीय टीम यहां पहुंची है. जिला प्रशासन द्वारा एनडीआरएफ टीम की तैनाती शिवगंगा, मानसिंघी के समीप की जायेगी. इसके अलावे यह टीम अन्य आपदा से भी निबटने के लिये तैयार रहेगी.
अस्पताल पहुंचाने तक टीम करती है इलाज
प्राकृतिक आपदाओं सहित परिस्थिति के अनुरूप घटित घटनाओं से निपटने के लिये एनडीआरएफ टीम पूरी मुस्तैद रहती है. उक्त बातें सहायक समादेष्टा एसएस खत्री ने प्रभात खबर से कही. उन्होंने बताया कि आपदा के समय जब तक घायल अस्पताल तक नहीं पहुंच जाये तब तक उसका प्राथमिक उपचार भी टीम के द्वारा किया जाता है. टीम के पास ऑक्सीजन आदि भी है. भूमि-स्खलन से अगर कोई भवन गिरता है तो उसमें फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने तक धसान रोका जा सकता है. टीम के पास चार बोट व 72 टन क्षमता का एयरलिफ्टिंग बैग पेड और अन्य इक्यूपमेंट मौजूद है. एनडीआरएफ टीम को आरमित्र प्लस-टू स्कूल में ठहराया गया है. समय-समय पर एनडीआरएफ टीम द्वारा प्राकृतिक आपदा की जानकारी देने के लिये जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है.
कौन-कौन हैं टीम में
सहायक समादेष्टा श्री खत्री के अलावे टीम में इंस्पेक्टर राजेश मिश्र, सब इंस्पेक्टर आरएस चौहान सहित दो महिला डॉक्टर, 30 एनडीआरएफ जवान व दो गोताखोर हैं.