देवघर: एसोसिएशन ऑफ कम्युनिटी ऑप्थेलेमोलॉजिस्ट का प्रथम वार्षिक दो दिवसीय सीएमइ (कोंटिनुइंग मेडिकल एजुकेशन) शहर के बैद्यनाथ शंकर नेत्रलय के सभागार में गुरुवार से शुरू हुआ. इसमें डायबिटीज के आंखों पर असर पर विशेष चर्चा हुई.
सिविल सजर्न डॉ दिवाकर कामत ने दीप जलाकर उदघाटन किया.उद्घाटन के मौके पर एकोइन के सचिव डॉ एसके सामंता, साइंटिफिक कमेटी के चेयरमेन प्रेसीडेंट जे भुनिया व झारखंड ऑप्थेमोलोजिस्ट एसो. के स्टेट प्रेसीडेंट बीएन गुप्ता व सीएमइ के आयोजनसचिव डॉ एनडी मिश्र आदि मौजूद थे. सीएस डॉ डी कामत ने कहा कि बड़े सौभाग्य की बात है कि इस तरह का आयोजन देवघर शहर में हो रहा है. उम्मीद है चिकित्सकों के सीएमइ में जुटने व विस्तृत व्याख्यान से कुछ ठोस नतीजे निकलेंगे.
व्याख्यान सत्र में डायबिटिक रेटिनोपैथी पर हुई चर्चा : सीएमइ के व्याख्यान सत्र में देशभर से आये चिकित्सकों ने पूरी दुनिया में मधुमेह रोग के बढ़ते प्रकोप पर चिंता जतायी. चिकित्सकों ने कहा कि दुनिया में मधुमेह का हर पांचवां मरीज भारत में मिलता है. यह रोग इंसानी शरीर में विभिन्न समस्याएं पैदा करता है. इसके कारण ज्यादातर मरीजों के आंखों की दृष्टि चली जाती है. इसलिए लोगों को समय-समय पर मधुमेह जांच करानी चाहिए ताकि समस्या गंभीर होने से पहले इस रोग से होने वाली समस्याओं को कम किया जा सके.जांच के क्रम में अक्सर देखा जाता है कि डायबिटिक रेटिनोपैथी के कारण रेटीना की संरचना में गड़बड़ी की जानकारी मिलती है. समस्या पर गंभीरता से विचार करते हुए चिकित्सकों ने देशभर में अभियान चलाये जाने पर सहमति जतायी है. इस क्रम में सीएमइ के दूसरे दिन देवघर के तीन गांवों में चिकित्सकों की टीम स्क्रीनिंग अभियान चलायेगी. इस दौरान आंख की समस्या से ग्रसित मरीजों को आवश्यक दवा भी दी जायेगी. चिकित्सकों का लक्ष्य 500 मरीजों का इलाज करना है.
ये सभी हुए सम्मानित : कार्यक्रम में देवघर पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो सुरेश भारद्वाज, डॉ डी तिवारी व युधिष्ठिर राय को सामाजिक क्षेत्र में अवदान के लिए सम्मानित किया गया.
इन्होंने रखे अपने विचार : एकोइन के सचिव डॉ एसके सामंता, डॉ जे भुनिया (कोलकाता), डॉ मधुरिमा होम (केएमसी हॉस्पीटल), डॉ सोमदत्ता प्रसाद (यूके), डॉ पीएन विश्वास (आरएलओ कोलकाता), डॉ श्रीकांत (बीएचयू), आइएमए महिला विंग की स्टेट प्रेसिडेंट डॉ भारती कश्यप, डॉ विशाल कटियार, डॉ मनोज हाजरा, डॉ जयशंकर ओझा, डॉ विनय कुमार, डॉ अनिल बरनवाल, डॉ मिथिलेश झा, डॉ आरपी श्रीवास्तव व अन्य चिकित्सक.