मधुपुर: सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि शहरी क्षेत्र में दो करोड़ की लागत से सड़क व नाला का निर्माण कराया जायेगा. बीआरजीएफ योजना के तहत उनके प्रयास से ही पहली बार मधुपुर शहरी क्षेत्र को पैसा निर्गत किया गया है. वे शुक्रवार को नगर पर्षद कार्यालय में पार्षदों व अन्य के साथ आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए 15 सूत्री योजना चला रही है. जिसके तहत पूरे देश में जिला व प्रखंडों का चयन किया गया है. इसके तहत मधुपुर, मारगोमुंडा व करौं प्रखंड भी आता है.
लेकिन, यहां के अल्पसख्यंक नेता प्रदेश में मंत्री और सांसद भी रहे हैं. लेकिन, इनलोगों ने हमेशा वोट की राजनीति किया. अल्पसंख्यकों के नाम पर न एक स्कूल और न कॉलेज बनवा सके. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों और आदिवासी की राजनीति कई पार्टियां पिछले 32 व 35 वर्षो से कर रही है. लेकिन, इसकी स्थिति बदतर है. प्रदेश में इन जातियों के आइएएस, आइपीएस व डॉक्टर गिने-चुने भी नहीं हैं. जिस झामुमो ने मदरसा में अनुदान के नाम पर मुंडा सरकार में हो-हंगामा किया.
उसकी वास्तविकता यह है कि डेढ़ वर्षो तक मदरसा अनुदान का फाइल उस समय के उपमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के टेबुल में दबा कर रखा गया. उन्होंने कहा कि उनके पास इसका प्रमाण भी हैं. श्री दुबे ने कहा कि नगर पर्षद में सभी जगहों में पैसे की कमी है. योजना बना कर शहर का विकास होना चाहिए. उन्होंने बताया कि दो साल में बुढैई डैम बन कर तैयार हो जायेगा. और वहां से मधुपुर शहर को पानी मिलेगी. मौके पर नप अध्यक्ष संजय यादव ने रेलवे से बकाया 90 लाख राजस्व, सॉलिड बेस्ट मैनेजमेंट में पैसा के आवंटन, हटिया में मार्केट कॉम्प्लेक्स निर्माण आदि में सांसद से सहयोग की मांग की है. इस अवसर पर अरुण गुटगुटिया, भरत भैया, सांसद नगर पर्षद प्रतिनिधि आकाश गुटगुटिया आदि उपस्थित थे.