देवघर: रहस्यमय परिस्थिति में मंगलवार को सम्राट होटल के मालिक लक्ष्मण प्रसाद यादव (53) की मौत हो गयी. सुबह में काफी देर तक उनका कमरा बंद देख होटल स्टाफ उनके भाई लक्खी प्रसाद यादव व साले उमेश यादव ने दरवाजा पीटा.
बावजूद कोई रिस्पांश नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ कर वे लोग अन्य स्टाफ के साथ अंदर प्रवेश किये. उनकी हालत देख वे लोग स्तब्ध हो गये. पहले कोलकाता में रहने वाले लक्ष्मण के पुत्र नारायण सहित अन्य परिजनों को सूचित किया गया. शाम में करीब छह बजे मृतक के पुत्र व पत्नी सहित अन्य संबंधी, परिजन पहुंचे. इसके बाद नगर थाना को सूचना दी गयी. सूचना मिलते ही एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय सहित नगर इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय व थाना प्रभारी एनडी राय सशस्त्र बलों के साथ घटनास्थल पहुंचे. मृतक का शव बरामद कर अंत्यपरीक्षण के लिये भेज दिया. इन तीनों पुलिस अधिकारियों ने मृतक की पत्नी, पुत्रों समेत अन्य होटल स्टाफ से पूछताछ की.
रात 10 बजे हुई थी पत्नी से बात : लक्ष्मण करीब 10 दिनों से यहीं होटल के चार मंजिले पर बने कमरा नंबर 204 में था. अन्य परिजन कोलकाता में रहते हैं. रात को 10.05 बजे अंतिम बार पत्नी से बात हुई थी. इसके बाद उसने सोने की बात कही थी. पत्नी के अनुसार किसी से उनके कोई विवाद की जानकारी नहीं है.
रात को होमियोपैथ दवा व दूध पीकर सोये थे : भाई व साले ने पुलिस को जानकारी दी है कि रात में खाना खाने के बाद काउंटर पर ही लक्ष्मण ने होमियोपैथ दवा खाया. इसके बाद कमरे में पहुंचने के बाद दूध पीया था और कमरा बंद कर सो गये थे.
शरीर में नीलापन व जीभ थोड़ा निकला था : लक्ष्मण के शरीर में नीलापन था और थोड़ा जीभ निकला हुआ था. इससे पुलिस समेत परिजनों को शंका हो रही थी. हालांकि कोई भी इस संबंध में कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाये.
देखने से सस्पेक्ट प्वायजनिंग का संदेह हो रहा था. हालांकि वैसा कुछ साक्ष्य नहीं मिला है. मृतक के शरीर पर मारपीट व गला दबाने आदि का कोई निशान नहीं है. परिजनों ने कोई शक भी जाहिर नहीं की है. ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि लक्ष्मण की मौत का क्या कारण होगा.
दीपक कुमार पांडेय, एसडीपीओ देवघर