देवघर: मृतक भाजपा नेता रंजीत रमानी की पत्नी ने दर्ज बयान में कहा है कि गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे उनके पति कचहरी जाने कह कर घर से निकले थे. रात्रि 12 बजे तक वापस नहीं लौटे तो मायके वालों को यह बात बता कर खोजबीन शुरू की. बावजूद रात भर कुछ पता नहीं चल पाया.
खोजबीन के दौरान ही भतीजा संथाली निवासी सरोज कुमार राम उर्फ टिंकू ने बताया कि रात्रि करीब आठ बजे धोबिया गली जसीडीह के पास फूफा जी के साथ कृष्णा सिंह को झंझट करते देखा था. बीचबचाव करने पर कृष्णा सिंह ने 24 घंटे में उठा लेने की धमकी दी थी. खोजबीन के क्रम में ही रोहिणी हाइस्कूल के पास जसीडीह जाने वाली पथ स्थित बगल के खेत में पति को गिरा पड़ा देखा.
सुबह करीब छह बजे उन्हें उठा कर सदर अस्पताल भी ले गया, जहां ऑन डय़ूटी डॉक्टर ने देखते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटनास्थल पर पति नीचे व ऊपर मोटरसाइकिल पड़ा हुआ था. उनके गले में मफलर से कसा हुआ था. यह भी जिक्र है कि कृष्णा व संदीप दबंग किस्म के हैं. उन्हीं लोगों ने मिल कर पति की हत्या कर दी है. आरोपितों पर मृतका की विधवा ने कार्रवाई की मांग की है.
देर से पहुंची पुलिस, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
सदर अस्पताल के डॉक्टर द्वारा रंजीत को मृत घोषित किये जाने के बाद परिजनों ने घटना की जानकारी थाने सहित वरीय पुलिस पदाधिकारियों को दी. पुलिस के घंटों देर तक नहीं पहुंचने से आक्रोशित ग्रामीणों व कार्यकत्र्ताओं ने परिजनों के साथ मिल कर सत्संग-भिरखीबाद मुख्य सड़क को लाश के साथ जाम कर दिया. जाम करने वाले लोग मृतक परिवार को न्याय व मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे थे. करीब 45 मिनट बाद जाम की सूचना पाकर एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय सहित सीओ शैलेश कुमार, जसीडीह इंस्पेक्टर राम मनोहर शर्मा, थाना प्रभारी संजीव कुमार सशस्त्र बलों के साथ घटनास्थल पहुंचे. पारिवारिक लाभ के तहत मृतक की विधवा को नगद 10 हजार रुपये का भुगतान किया और अन्य सरकारी लाभ व न्याय दिलाने का आश्वासन देकर सड़क जाम हटाया गया. उधर मृतक की विधवा द्वारा दिये आवेदन के आधार पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर ली है. पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है.