देवघर: देवघर नगर निगम अपनी कार्यप्रणाली की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहा है. इस बार भी होटल सुविधा के समीप बगैर नक्श पास कराये ही पांच मंजिला बिल्डिंग बनाये जाने का मामला चर्चा में है.
विवाद व सुर्खियों में रहने का मामला मानो नगर निगम के साथ चोली-दामन का साथ है. मामला उजागर होने के बाद निगम किसी प्रकार की कार्रवाई करने की बजाय पूरे मामले की लीपापोती में जुट गयी है. हालांकि बगैर नक्शा, खड़ा हो गया पांच मंजिला बिल्डिंग ! शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद नगर निगम में इसकी खूब चर्चा हो रही है. लेकिन, कोई खुल कर बोलने को तैयार नहीं है. नक्शा की स्वीकृति मिलने का इंतजार कर रहे लोगों में निगम की इस व्यवस्था पर काफी नाराजगी है.
जनवरी से नक्शा स्वीकृति का काम लंबित था. काफी मशक्कत के बाद विभागीय मंत्री के हस्तक्षेप के बाद रांची नगर निगम की तर्ज पर नक्शा स्वीकृति का आदेश मिला. बावजूद नक्शा स्वीकृति पर सस्पेंस बरकरार है. पूरे मामले पर शुक्रवार को भी नगर निगम के सीइओ से प्रतिक्रिया लेना चाहा. लेकिन, उपलब्ध नहीं हुए. विभागीय सूत्रों की माने तो जिस भूखंड पर पांच मंजिला बिल्डिंग बनाया जा रहा है. उस भूखंड पर बने पुराने मकान जिसका होल्डिंग संख्या 441 है, वर्ष 99-2000 से लेकर अबतक होल्डिंग टैक्स बकाया है.