देवघर: डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी दिल्ली द्वारा जांच के लिए गठित हाइ लेवल कोर कमेटी के चार अधिकारी डीएवी सातर में प्रिंसिपल, टीचर्स एवं स्टूडेंट से पूछताछ कर वापस लौट गयी. डीएवी सातर में प्रिंसिपल पर छेड़खानी का आरोप लगने एवं कैंपस में मारपीट व तोड़-फोड़ की घटना के बाद हाइ लेवल कोर कमेटी जांच के लिए शनिवार को देवघर पहुंची थी.
जांच टीम में जोन-2 दिल्ली की निदेशक डॉ निशा, ओड़िशा भुवनेश्वर की डॉ सुजाता साहू, पश्चिम बंगाल की तातिया मुखर्जी एवं बिहार महिला आयोग की डॉ मधुश्री शामिल थीं. जांच टीम पूछताछ को गोपनीय रखते हुए पूरी रिपोर्ट डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन को सौंपेंगे. मिली जानकारी के अनुसार चार सदस्यीय जांच टीम ने सुबह 9.30 बजे से शाम पांच बजे तक डीएवी सातर कैंपस में प्रिंसिपल, टीचर्स एवं करीब 30 छात्रों से पूछताछ की.
करीब साढ़े सात घंटे तक जांच टीम के अधिकारियों ने सबों से बारी-बारी से पूछताछ की. लोकल मैनेजिंग कमेटी ने सुलह के बाद आरोपित शिक्षकों को स्कूल में योगदान कराया था. लेकिन, टॉप लेवल के निर्देशानुसार दूसरे दिन से ही सभी शिक्षकों को जांच पूरी होने तक कार्य से अलग रखा रखे गये थे. वो भी जांच टीम के समक्ष पूछताछ के लिए उपस्थित हुए. अब देखने वाली बात होगी कि उच्चस्तरीय जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर क्या कार्रवाई होती है. पीड़ित छात्रों को न्याय मिलता है अथवा नहीं. जांच टीम के स्कॉर्ट में पटना, गया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, संताल परगना आदि के रिजिनल डायरेक्टर सहित पूर्व के रिजिनल डायरेक्टर आदि शामिल थे.
‘डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी द्वारा जांच के लिए गठित हाइ लेवल कोर कमेटी में टॉप लेवल की महिला अधिकारी शामिल थीं. प्रिंसिपल, शिक्षक एवं छात्रों से अलग-अलग पूछताछ पूरी कर जांच टीम वापस लौट गयी है. आदेशानुसार कार्य से अलग रखे गये चार शिक्षक भी पूछताछ के लिए बुलाये गये थे.’
– डॉ बीपी यादव
एआरडी, संताल परगना जोन