देवघर: मोहनपुर प्रखंड स्थित घोरमारा का मिर्धा टोला के लोग डायरिया की चपेट में आ गये हैं. 24 घंटे के दौरान 30 लोग डायरिया की चपेट में आये हैं. इसमें अधिकांश महिलाएं व बच्चे शामिल हैं. पीड़ितों में 11 की हालत गंभीर होने पर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. शेष पीड़ितों का इलाज गांव में ही चल रहा है.
बताया जाता है कि सोमवार को ही गांव के राजा (6) व उत्तम (12) को शुरुआत में दस्त के साथ उल्टी शुरु हुई. इसकी सूचना में मिलने पर सोमवार को गांव में एएनएम ने इलाज शुरू किया. उसके बाद धीरे-धीरे पूरे गांव में डायरिया ने पांव पसार लिया. बुधवार को मुखिया बिंदु मंडल की सूचना पर मोहनपुर सीएचसी से डॉ संचयन कुमार के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम घोरमारा आयी. चिकित्सकों ने गांव में ही स्लाइन चढ़ाया व गंभीर मरीजों को अस्पताल रेफर कर दिया. सुबह से देर शाम तक इलाज के दौरान पुराने मरीजों की हालत में सुधार हो रही थी तो नये लोग चपेट में आ रहे थे.
डायरिया फैलने के बाद ब्लीचिंग का छिड़काव
चिकित्सकों की टीम के अनुसार घोरमारा मिर्धा टोला में गंदगी होने के कारण तेजी से डायरिया फैला. लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराये जाने वाली ब्लीचिंग का छिड़काव पहले कराने के बजाय डायरिया फैलने के बाद मुखिया की पहल पर मिर्धा टोला में ब्लीचिंग का छिड़काव किया गया. स्कूल व कुआं के पास कई जगह गंदगी व जलमाव की स्थिति थी. डायरिया का फैलाव घोरमारा मंडल टोला की ओर बढ़ रहा है. हालांकि चिकित्सकों के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है.
चार चापानल खराब, कुएं के पानी से फैला डायरिया
घोरमारा मिर्धा टोला में कुल चार चापानल है. लेकिन सभी चार चापानल पिछले तीन माह से खराब पड़ा है. 200 की वाले मिर्धा टोला के लोग गांव के ही दो कुएं का बरसाती पानी पी रहे हैं. एक कुआं में तो प्रयोग किया गया गंदा पानी भी वापस गिर रहा है. लोग इसी कुएं का पानी पीते हैं व खाना बनाते हैं. स्थानीय लोग कहते हैं कि चापानल खराब होने की सूचना सावन से पहले विभाग को दी गयी है. बावजूद चापनल ठीक नहीं हुआ. मालूम हो कि घोरमारा मिर्धा टोला जिला परिषद अध्यक्ष किरण कुमारी के घर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है. लेकिन पिछले चार माह से खराब पड़े चापानल की सुधि तक नहीं ली गयी. जबकि इन दिनों चापानल मरम्मत के लिए पीएचइडी से ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को विशेष तौर राशि उपलब्ध करायी गयी है. जिलास्तर पर इसकी पदेन अध्यक्ष जिला परिषद अध्यक्ष ही हैं.