देवघर: सोमवार तृतीया तिथि पर अहले सुबह से लेकर बाबा का पट बंद होने तक करीब 20 हजार शिव भक्तों ने कामना लिंग पर जलार्पण कर मंगल कामना किया. भीड़ कंट्रोल करने के लिये संस्कार मंडप से स्टील ब्रिज के माध्यम से कतार लगा कर श्रद्धालुओं को जलार्पण कराने के लिये गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया.
वहीं हर आधे घंटे में निकास द्वार पर लगे जाम से निपटने के लिये महिला भक्तों को निकास से जालार्पण के लिये अंदर प्रवेश कराने की व्यवस्था कर बाकी भक्तों को प्रवेश द्वार से जलार्पण कराया गया. मान्यता है सोमवर को कामना लिंग अथवा अपने गांव घर के निकट शिवालय में जलार्पण करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
मंदिर स्टेट पुरोहित ज्योतिष पंडित माया शंकर शास्त्री की मानें तो बैद्यनाथ के अति प्रिय चंद्र एवं गंगा हैं. इसलिए बाबा इन दोनों को अपने मस्तक पर जगह दिये हुए हैं. ज्योतिष शास्त्र में सोमवार का दिन चंद्र दिवस माना गया है. अतएव इस दिन कामना लिंग पर गंगाजल से अभिषेक करने से बाबा अपने भक्तों के मनोवांछित फल की कामना को अविलंब पूर्ण करते हैं.