नाम बदलकर करा रहा था इलाज जख्मी हालत में पुलिस के हत्थे चढ़ा नक्सली

गुप्त सूचना पर चकाई पुलिस सत्यापन करने पहुंची, ब्लड व स्लाइन पाइप नोचकर भागने लगा चकाई थाने के दो नक्सली कांडों में है चार्जसीटेड तीन माह पूर्व निकला था जमानत पर देवघर : देवघर के कुंडा स्थित एपी ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रामा सेंटर में बिहार अंतर्गत जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी नक्सली […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2019 3:26 AM

गुप्त सूचना पर चकाई पुलिस सत्यापन करने पहुंची, ब्लड व स्लाइन पाइप नोचकर भागने लगा

चकाई थाने के दो नक्सली कांडों में है चार्जसीटेड
तीन माह पूर्व निकला था जमानत पर
देवघर : देवघर के कुंडा स्थित एपी ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रामा सेंटर में बिहार अंतर्गत जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी नक्सली सदस्य मंटू यादव अपना नाम बदलकर इलाज करा रहा था. इसकी गुप्त सूचना पाकर चकाई थाने के एसआइ संजीत कुमार पुलिस बलों के साथ इसका सत्यापन करने पहुंचे.
कुंडा थाना प्रभारी खद्दी कुजूर, एएसआइ उपेंद्र सिंह, चंदन कुमार, फैयाज खान कुंडा थाना गश्तीदल व पीसीआर-1 टीम के साथ उक्त अस्पताल में जैसे ही प्रवेश किये कि मंटू अपना ब्लड व स्लाइन का पाइप नोंचकर बाहर निकला और मुख्य सड़क में सारठ की तरफ आगे दौड़कर भागने लगा. पुलिस भी उसका पीछा करने लगी. कुछ दूर आगे खदेड़कर पुलिस बलों ने मंटू को दबोच लिया. फिलहाल कड़ी सुरक्षा में रखकर पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी है.
पुलिस को जानकारी मिली कि 23 जून की रात करीब 8:30 बजे वह सुधीर यादव के नाम से जख्मी हालत में वहां इलाज कराने पहुंचा था. सुधीर के नाम से भर्ती होकर उसने अपना पता बसमता कोरियासा लिखाया था. पूछने पर डॉक्टर से उसने कहा था कि कुट्टी में बाएं हाथ का बांह, कलाई व कमर कट गया. उसे भर्ती कर खून व स्लाइन चढ़ाया जा रहा था. सोमवार दिन में उसके परिजन भी आये थे, जो शाम में चले गये. यहां एक परिजन के साथ रहकर वह इलाज करा रहा था. पुलिस के आने के पूर्व ही उसका परिजन खाना लाने कहीं गया, जो लौटकर नहीं आया.
इधर, चकाई से आये एसआइ संजीत ने बताया कि 22 जून को हुई मारपीट में वह घायल हुआ है और 23 को इलाज के लिए गलत-नाम पते के सहारे देवघर के कुंडा स्थित उक्त प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हो गया. चकाई के दो नक्सल मामले व एक आर्म्स एक्ट में वह चार्जसीटेड रहा है. 2017 से चकाई थाने के कांड में वह जेल में था. इसी साल मार्च माह में वह जमानत पर बाहर आया.
पुलिस को जानकारी मिली है कि गिरिडीह जिले के देवरी थाने के दो नक्सल मामले में वह वांटेड है. इस संबंध में देवघर पुलिस ने देवरी थाना प्रभारी को जानकारी दे दी. देवरी थाना प्रभारी उसे ले जाने के लिये आ रहे हैं. पुलिस ने बताया कि कुंडा के उस प्राइवेट अस्पताल के दो मंजिले पर बने एसी केबिन में छिपकर वह अपना इलाज करा रहा था. मामले की जानकारी पाकर नगर इंस्पेक्टर तरुण कुमार भी पहुंचे और मंटू से पूछताछ किये.

Next Article

Exit mobile version