देवघर: स्वास्थ्य विभाग बेखौफ करीब दो माह तक सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के बीच दवाओं के नाम पर मौत बांटता रहा ! दवाओं की गुणवत्ता व स्तरीय मानक नहीं होने की शिकायत के बाद विभाग की तंद्रा भंग हुई.
आनन-फानन में सदर अस्पताल से दवा वितरण पर रोक लगा दिया. ड्रग इंस्पेक्टर के नेतृत्व में टीम के द्वारा दवाओं की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपलिंग करा कर लैब जांच के लिए भेजा गया.
अब विभाग लैब रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. लेकिन, दवाओं के सेंट्रलाइज परचेजिंग से लेकर डिस्ट्रीब्यूशन की व्यवस्था में घाल-मेल पर हर कोई चुप्पी साधे हुए हैं. मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाये तो कई बड़े पदाधिकारियों के गर्दन फंसने की उम्मीद है. लेकिन, विभागीय चुप्पी ने जनता के जेहन में कई सवाल पैदा कर दिया है.