एटीएम कार्ड स्कैन कर रुपये उड़ा रहा गैंग, जानिए पूरा मामला

देवघर : देवघर में इन दिनों एटीएम स्कैन कर लोगों के एकाउंट से रुपये उड़ाने वाला गैंग सक्रिय है. लोगों के पास उनका एटीएम धरा रह जाता है और ठग उनके एकाउंट से रुपये निकासी व ऑनलाइन खरीदारी कर ले रहे हैं. एक सप्ताह के अंदर शहर में ऐसी चार-पांच घटनाएं हो चुकी है. सभी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 22, 2018 7:25 AM
देवघर : देवघर में इन दिनों एटीएम स्कैन कर लोगों के एकाउंट से रुपये उड़ाने वाला गैंग सक्रिय है. लोगों के पास उनका एटीएम धरा रह जाता है और ठग उनके एकाउंट से रुपये निकासी व ऑनलाइन खरीदारी कर ले रहे हैं. एक सप्ताह के अंदर शहर में ऐसी चार-पांच घटनाएं हो चुकी है. सभी एकाउंट धारक अपने-अपने मामले की शिकायत साइबर थाने में दे चुके हैं.
साइबर थाने की पुलिस उक्त गैंग के सदस्यों का फोटो व वीडियो क्लिप तक निकाल चुकी है. गोपनीय तरीके से साइबर थाने की पुलिस उक्त गैंग के सदस्यों पर निगरानी रख रही है. वहीं लोगों से भी साइबर थाने की पुलिस मामले में सहयोग की अपील कर रही है.
बिना गार्ड वाले एटीएम काउंटर हैं सॉफ्ट टारगेट
एटीएम स्कैम कर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों का सॉफ्ट टारगेट बिना गार्ड वाले एटीएम काउंटर हैं. बिना गार्ड वाले अधिकांश एसबीआइ एटीएम काउंटर के आसपास ही गिरोह के सदस्य मंडराते हैं. अगर रुपये निकासी करने वाले अंदर जाते हैं तो उस पर नजर रखकर वे लोग एटीएम से संबंधित निगरानी बाहर से करते हैं.
ऐसे में लोग अगर बिना गार्ड वाले एटीएम काउंटर पर रुपये निकासी करने पहुंचते हैं तो सावधानी बरतें. साइबर थाने की मानें, तो कुंडा मोड़ स्थित एटीएम काउंटर, सारवां मोड़ स्थित एटीएम काउंटर, बंपास टाउन का एटीएम काउंटर, तिवारी चौक का एटीएम काउंटर व जसीडीह का एटीएम काउंटर इस गिरोह के निशाने पर है. इन सारे एटीएम काउंटरों से ही अवैध निकासी के अधिकांश मामले साइबर थाने में पहुंच रहे हैं.
देर रात में घटना को अंजाम देते हैं गिरोह के सदस्य
साइबर थाने की पुलिस ने बिना गार्ड वाले जसीडीह के एक एसबीआइ एटीएम का फुटेज निकाला है. उक्त एटीएम का रिकॉर्ड खंगालने पर पुलिस ने देखा कि तीन युवक रात 11:40 बजे पहुंचते हैं. एक युवक बाहर रहता है, जो आने-जाने वाले लोगों की गतिविधि पर नजर रखता है और अपने साथी को सतर्क रहने को कहता है.
उसके दो साथी एटीएम काउंटर के अंदर जाकर ग्राहक के किये एटीएम स्कैन से ट्रांजेक्क्शन करता है. गिरोह के सदस्य नकद रुपये भी निकासी करता है और दूसरे एकाउंट, वोलेट आदि में भी रुपये ट्रांसफर कर लेता है.
केस स्टडी-1
मेडिकल रिप्रजेंटेटिव काजल कुमार प्रधान का एटीएम कार्ड उसी के पास था और उसके एकाउंट से 162050 रुपये की अवैध निकासी हो गयी. काजल के एटीएम से 23 अगस्त को चार बार में 74000 रुपये की अवैध निकासी नकद की गयी है. वहीं उसके एकाउंट से किशोरी सिंह नामक व्यक्ति के एकाउंट में 43050 रुपये ट्रांसफर भी किये गये हैं. फिर दो सितंबर को काजल के एटीएम से दो बार में 36500 रुपये, पांच सितंबर को नगद 500 रुपये और 10 सितंबर को तीन बार में 8000 रुपये नगद निकासी की गयी है.
काजल ने बताया कि उसके पास पुराना पीला रंग वाला एटीएम डेबिट कार्ड है, जिससे 24 घंटे में अधिकतम 40000 रुपये तक ही नगद निकासी हो सकती है. बावजूद महज 20 मिनट के अंदर उसके एटीएम से 74000 रुपये नकद व 43050 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किस परिस्थिति में हुआ. 22 सितंबर को वे बंपास टाउन एटीएम से रुपये निकासी करने गये थे. काजल ने मामले की शिकायत साइबर थाने में देकर बंपास टाउन एटीएम की फुटेज निकालकर जांच कराने की मांग की है.
केस स्टडी-2
सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के जरिया गांव निवासी कौशल कुमार के एसबीआइ एकाउंट से 32000 रुपये की अवैध निकासी कर ली गयी. उसका एकाउंट एसबीआइ बाजार शाखा में है, जिसमें 32332 रुपये जमा थे. एटीएम कार्ड उसी के पास था और न ही कोई फोन आया. बावजूद उसके एटीएम कार्ड से 16 सितंबर को बिहार के नवादा जिले के अकबरपुर स्थित एटीएम काउंटर से चार बार में 32000 रुपये की निकासी कर ली गयी. तीन बार 10-10 हजार रुपये निकाला व अंतिम बार में 2000 रुपये की निकासी की. कौशल ने बताया कि हाल ही में वह भी एक बार कुंडा मोड़ के एटीएम में रुपये निकासी करने गया था.
क्या कहती हैं साइबर डीएसपी
बिना गार्ड वाले एटीएम काउंटर में रुपये निकासी करने से बचें. पहले यह देख लें कि काउंटर के अंदर कोई संदेहास्पद डिवाइस तो नहीं लगी है. एक शिकायत ऐसी भी मिली है कि गार्ड के वेश में साइबर ठग थे और एक ग्राहक को धोखा देकर कार्ड बदल लिये. बाद में उसके एटीएम कार्ड से अवैध निकासी हो गयी. यह भी ध्यान रखें कि आप रुपये निकाल रहे हैं और कोई दूसरा पीछे से कुछ देख तो नहीं रहा है. एटीएम का प्रयोग करते समय पूरी तरह सावधानी बरतें, ताकि आपकी गोपनीयता कोई देख नहीं ले.
– नेहा बाला, साइबर डीएसपी, देवघर

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