देवघर: मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में बढ़ते पुलिस दबिश के चलते आजाद परिहस्त हत्या कांड के आरोपित विजय मठपति ने सरेंडर किया. अदालत ने आरोपित को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बताते चलें कि इस मामले में एक आरोपित ऋषभ केसरी ने कई दिन पूर्व सरेंडर किया था. दोनों आरोपित देवघर नगर थाना कांड संख्या 236/14 के आरोपित हैं.
आरोपितों के विरुद्ध भादवि की धारा 302, 34 लगायी गयी है. इस मुकदमा में कुल पांच कन्हैया झा, विजय मठपति, आशीष मिश्र, आशीष मिश्र और ऋषभ केसरी को आरोपित बनाया गया था. मामले के सूचक लक्ष्मी नारायण परिहस्त हैं. दर्ज एफआइआर के अनुसार चाकू घोंप कर बेरहमी से आजाद परिहस्त की अवंतिका गली के पास हत्या कर दी गयी थी.
यह घटना पहली मई 2014 को घटी थी. पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध सीजेएम कोर्ट से इश्तेहार लिया था और आरोपितों के घरों सहित टावर चौक, शिवगंगा के समीप, बैद्यनाथधाम स्टेशन व नगर थाना के गेट पर चिपकाया गया था. आरोपितों के खिलाफ पुलिस कुर्की की तैयारी कर रही थी. इसी दबिश में आरोपित ने कोर्ट में सरेंडर किया. बताया जाता है कि मंगलवार को विजय के बड़े भाई चंदन मठपति की बैद्यनाथ मंदिर के समीप पश्चिम गेट के बगल में बाबा पेड़ा भंडार के सामने गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. पुलिस के अनुसार आपसी रंजिश के कारण इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था.